भवानीपुर थाना क्षेत्र के प्राचीन सिद्धपीठ भ्रमरपुर दुर्गा मंदिर, बीरबन्ना काली मंदिर, और बजरंगबली मंदिर में रविवार रात चोरों ने दानपेटियों को निशाना बनाकर नकदी उड़ा ली। श्रद्धालुओं के लिए यह चौंकाने वाली घटना तब सामने आई जब सोमवार सुबह पूजा के लिए पहुंचे लोगों ने टूटी हुई दानपेटियों और गायब नकदी को देखा।
![भ्रमरपुर के मंदिरों में चोरों का कहर: दानपेटियों से लाखों की चोरी 2 img 20241228 wa00017383424223431333611](https://www.inquilabindia.com/wp-content/uploads/2024/12/img-20241228-wa00017383424223431333611-1024x315.jpg)
भ्रमरपुर दुर्गा मंदिर की घटना
भ्रमरपुर दुर्गा मंदिर, जो क्षेत्र का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है, चोरों की गतिविधियों का मुख्य केंद्र बना। मंदिर के बाहर रखी दानपेटी का ताला तोड़कर करीब 10,000 रुपये चुरा लिए गए। उल्लेखनीय है कि बीते सप्ताह इसी मंदिर में चोरों ने दो दानपेटियों से लगभग 3 लाख रुपये की चोरी की थी। उस घटना के बाद मंदिर समिति के अध्यक्ष डॉ. हिमांशु मोहन मिश्रा उर्फ दीपक मिश्र ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर नगरपारा निवासी प्रीतम ठाकुर को नामजद करते हुए प्राथमिकी दर्ज करवाई थी।
बीरबन्ना के मंदिरों में भी चोरी
चोरों ने बीरबन्ना एनएच 31 चौक स्थित बजरंगबली मंदिर और काली मंदिर को भी नहीं छोड़ा। बजरंगबली मंदिर की दानपेटी से लगभग 7,000 रुपये की चोरी हुई, जबकि काली मंदिर की दानपेटी से करीब 11,000 रुपये ले गए।
क्षेत्र में बढ़ती चोरी की घटनाएं
भवानीपुर थाना क्षेत्र में मंदिरों को लगातार निशाना बनाए जाने से स्थानीय लोग चिंतित और प्रशासन असहाय महसूस कर रहा है। इन घटनाओं से श्रद्धालुओं में आक्रोश और असुरक्षा का माहौल बना हुआ है।
पुलिस और ग्रामीणों की कार्रवाई
पुलिस ने सभी घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए छानबीन शुरू कर दी है। सीसीटीवी फुटेज की बारीकी से जांच की जा रही है। स्थानीय ग्रामीण भी चोरों की तलाश में जुटे हैं।
सामाजिक आक्रोश और मांग
घटनाओं के बाद से पूरे क्षेत्र में आक्रोश व्याप्त है। लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि मंदिरों की सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाए जाएं और चोरों को जल्द से जल्द पकड़ा जाए।
निष्कर्ष:
लगातार हो रही इन चोरी की घटनाओं ने न केवल धार्मिक स्थलों की सुरक्षा पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि यह भी दर्शाया है कि क्षेत्र में आपराधिक गतिविधियां किस कदर बढ़ रही हैं। श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों को अब प्रशासनिक कार्रवाई का इंतजार है।