पुर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने बिहार विधानसभा मे आंगिक भाषा को आठवीं सुची मे शामिल करने कि मांग पर अखिल भारतीय अंगिका के साहित्यकार ने धन्यवाद व बधाई दिए।
भागलपुर सुलतानगंज के अखिल भारतीय अंगिका साहित्य कला मंच के कवियों ने पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के द्वारा बिहार विधानसभा मे अंगिका भाषा को आठवीं सुची शामिल रखने की बातों को लेकर धन्यवाद एंव बधाई दिए हैं।

वहीं अखिल भारतीय आंगिक सहित्य कला मंच के बिहार प्रदेश महासचिव सुधीर कुमार प्रोग्रामर ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि बिहार विधानसभा में लोक भाषा के विकास पर अपनी बात रखते हुए पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने बिहार सरकार से भारत सरकार को मातृभाषा अंगिका, बज्जीका, और मगही भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल कराने हेतु प्रस्ताव भेजने की मांग तथा जनगणना में भी इन भाषाओं को शामिल कराने हेतु आवश्यक कोड दिलाने की मांग किए हैं।इसको लेकर अंग महाजनपद के तमाम अंगिका प्रेमियों में काफी अपार खुशी है। इस पुनीत कार्य के लिए अखिल भारतीय अंगिका साहित्य कला मंच के हीरा प्रसाद हरेंद्र, भवानंद सिंह, प्रशांत, डॉ अमरेंद्र, प्रसून लतांत, डॉ. शिवनारायण, डॉ. बीएन सत्यम, मनीष कुमार गूंज, त्रिलोकीनाथ दिवाकर, विजेता मुद्गलपुरी, अंजनी कुमार शर्मा, डॉ राजेंद्र प्रसाद मोदी एवं समस्त अंगिका प्रेमियों ने मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को हार्दिक धन्यवाद देते हुए बधाई व प्रेषित किये हैं।