#गागर में सागर
#शब्द अवतार
त्रेतायुग में रामचंद्र ने जब लिया मनुज अवतार।
मर्यादा पुरुषोत्तम राघव असुरों का किया संहार।
रामनाम से पत्थर तिरते जप भवसागर होता पार।
करुणा सागर श्रीराम जी करते सब का बेड़ा पार।
रमाकांत सोनी सुदर्शन
नवलगढ़ जिला झुंझुनू राजस्थान