लूट कांड के नामजद आरोपित धनंजय उर्फ लालू मिश्र के बचाव के लिए ग्रामीणों के फर्जी हस्ताक्षर कर न्यायालय को दिग्भ्रमित करने में जुटे आरोपित के घरवाले ।
नवगछिया। थाना अंतर्गत बाबा विशुराउत पुल पर 14 नवंबर को हुए लूटकांड मामले के नामजद आरोपित नारायणपुर के भवानीपुर ओपी क्षेत्र के नवटोलिया गाँव निवासी सुबोध मिश्र के पुत्र शातिर धनंजय उर्फ लालू मिश्र के घरवाले लालू को जेल जाने से बचाने के लिए तरह तरह के हथकंडा अपना रहे हैं। लूट कांड की घटना के दूसरे दिन जब नवगछिया एसडीपीओ दिलीप कुमार के नेतृत्व में लालू मिश्र की गिरफ्तारी के लिए उसके घर पुलिस बलों ने छापेमारी की तो लालू मिश्र के घरवालों ने बल पूर्वक पुलिस को आगे बढ़ने से रोक दिया और मौके से लालू को भगा दिया। इस दौरान सुबोध मिश्र समेत उसके भाई व पुत्रों ने मिलकर पुलिस के साथ दुव्यवहार भी किया। जिसके बाद एसडीपीओ के निर्देश पर भवानीपुर ओपी में सरकारी कामकाज में बाधा डालने समेत अन्य कांड दर्ज किया गया। जिसमें लालू मिश्र के पिता सुरेश उर्फ सुबोध मिश्र, शैलेंद्र उर्फ सल्लो मिश्र, बौआ मिश्र, सरदारजी, कन्हैया मिश्र, अक्षय उर्फ कुंदन मिश्र, कुम्हर जी उर्फ ड्रम, अनंत मिश्र समेत कुल 8 लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया। पुलिस सभी की गिरफ्तारी के लिए लगातार उसके संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है लेकिन शातिर धनंजय उर्फ लालू मिश्र समेत उसके पिता व भाई पुलिस की आंखों में धूल झोंककर बच रहे हैं। इधर विश्वसनीय सूत्रों से पता चला है कि लालू मिश्र को जेल जाने से बचाने के लिए उसके घर के लोग ग्रामीणों के फर्जी हस्ताक्षर कराकर प्रशासन और न्यायालय को दिग्भ्रमित करने में जुटे हुए है। ज्ञात हो कि विगत 14 नवंबर की रात बाबा विशुराउत पूल पर सफारी वाहन पर सवार तीन चार हथियारबंद अपराधियों द्वारा कदवा निवासी टोटो चालक पुरन कुमार को हथियार के बल पर टोटो वाहन लूट लिया था। वही चालक पुरन को हाथ पाँव बांधकर खगरिया जिले के पसराहा थाना क्षेत्र में फेंक दिया था। जिसके बाद पीड़ित पुरन किसी तरह नवगछिया थाना पहुंचकर कांड दर्ज कराया था। वही कांड दर्ज होते ही नवगछिया एसपी शुशांत कुमार सरोज के निर्देश पर विशेष टीम का गठन कर कांड का त्वरित उद्भेदन करने के लिए निर्देशित किए थे। वही पुलिसिया अनुसंधान में नवटोलिया गाँव के गुलशन झा, धनंजय उर्फ लालू मिश्र और अंकु झा का नाम सामने आते ही पुलिस ने गुलशन झा को उसके घर से आग्नेयास्त्र के साथ गिरफ्तार करने के साथ ही लूटी गई टोटो और घटना में प्रयुक्त सफारी वाहन भी वही से बरामद किया था। निशानदेही पर जब पुलिस धनंजय उर्फ लालू मिश्र को गिरफ्तार करने गई तो लालू के घरवालो ने पुलिस के सामने से लालू को भगा दिया।
- सुबोध मिश्र के परिवार के लोग पूर्व से है काली मंदिर लूट कांड के आरोपित
बताते चले कि गत 16 अक्टूबर को नवटोलिया गाँव स्थित दक्षिणेश्वरी काली मंदिर में काली मेले की तैयारी के लिए कमिटी के डेढ़ दर्जन सदस्यों के द्वारा दानपेटी से रूपीए निकालने के क्रम में सुबोध मिश्र के पुत्र कुंदन उर्फ अक्षय मिश्र, कन्हैया मिश्र, कुम्हरजी, सरदार जी, शैलेंद्र मिश्र, गुजरा मिश्र समेत अन्य ने मिलकर कमिटी के सदस्यों के साथ मारपीट कर दानपेटी से निकला 21 हजार रूपीए लूटकर भाग गया था। वही जब मामला भवानीपुर ओपी पहुंचा तो इससे पूर्व ही कुंदन मिश्र ने मंदिर में लगे सीसीटीवी फुटेज में कैद मारपीट और लूट कांड की सत्यता को छुपाने की नीयत से सीसीटीवी का डीवीआर समेत पूरा सेट ही गायब कर दिया। जिसका पुलिस अबतक उद्भेदन और बरामदगी नही कर सकी है।
- सुबोध मिश्र के घरवाले लगातार समाज मे फैलाते है अशांति
बताया जा रहा है कि सुबोध मिश्र का पूरा परिवार शुरू से ही समाज मे विवादिता रहा है। दबंगई के बल पर कमजोर गरीब तबके के लोगो पर इसके परिवार के युवकों का डंडा चलता है। मामला थाना भी जाता है लेकिन सुबोध मिश्र के परिवार वाले इतने अधिक शातिर है कि ऐसे मामले को समाजिक स्तर पर सुलह कर दबा देते है। ग्रामीणों ने बताया कि सुबोध मिश्र और इनके परिवार वालों के द्वारा मनमाने तरीके से नवटोलिया गाँव के 14 नम्बर सड़क की सरकारी जमीन पर ही अपना घर निर्माण कर रहे हैं। वही पुराने मंठ के समीप भी एक मंदिर का निर्माण भी सरकारी जमीन पर ही किया जा रहा है जो आगे भविष्य में एक बड़ा समाजिक विवाद उत्पन्न करेगा। साथ ही इस अतिक्रमण को देखकर अन्य ग्रामीणों मे सरकारी जमीन अतिक्रमण करने की होड़ लग गई है। लोग सड़क पर पक्की घर व दुकान बनाने में लगे हैं। इस बारे में नवगछिया एसडीओ उत्तम कुमार ने कहा नारायणपुर सीओ को इसके लिए जांच का आदेश दिया गया है जांचोपरांत अतिक्रमणकारियों पर कानूनी कार्यवाई होगी।