विश्व महामारी कोरोना के बढ़ते रफ्तार में बिहार सरकार के द्वारा जारी किए गए कोविड गाइडलाइंस के तहत विभिन्न शिक्षण संस्थानों में पठन पाठन कार्य स्थगित करने का निर्देश दिया गया हैं। जिसको लेकर परबत्ता प्रखंड के विभिन्न क्षेत्रों में अब भी निजी स्कूलों और निजी कोचिंग सेंटरों का संचालन धरल्लै से होने की मामला प्रकाश में फिलहाल सुत्रों के हवाले आ रही हैं। जिसकी सुचना प्रखंड के विभिन्न पदाधिकारियों के चैम्बर पर पहुंच गई है। वहीं इस मामले को लेकर परबत्ता अंचलाधिकारी सीओ अंशु प्रसुन ने विभिन्न शिक्षण संस्थानों का औचक निरीक्षण कर शिक्षण संस्थानों के संचालकों को निर्देश दिया कि यदि बिहार सरकार के आदेशानुसार किसी भी शिक्षण संस्थानों में आने वाले समय में बिना आदेश के कोचिंग चलाने को लेकर पकड़े गए, तो उन पर कारवाई किया जाएगा।

जिसको लेकर विभिन्न शिक्षण संस्थानों के संचालकों ने बताया कि आदेश आने के पहले दिनों से ही हम सभी लोगों ने अपने अपने संस्थानों को बंद कर रखा है। सूत्रों के हवाले जो जानकारी आप तक मिल रही है वह सरासर झूठ है। हम लोग बिहार सरकार के आदेश को सौ-फीसदी पालन करते आ रहे हैं और अपने बच्चों से भी कोविड गाइडलाइंस का पालन करने का सलाह देते हैं।

तत्पश्चात दोपहर को परबत्ता, मड़ैया, सलारपुर, अगुवानी जैसे विभिन्न क्षेत्रों में परबत्ता अंचलाधिकारी अंशु प्रसून, राजस्व कर्मचारी सहित पुलिस प्रशासन ने मिल सघन मास्क चेकिंग अभियान या रोको टोको अभियान के तहत दुकानदारों, बैंक कर्मियों, स्वास्थ्य कर्मियों के साथ-साथ आने जाने वाले मुसाफिरों को सफर के दौरान रोक बिना मास्क वाले से ₹50 का चालान काटा । जिसमें अंशु प्रसून ने बताया कि कूल 51 लोगों को बिना मास्क पहने पकड़ 2,5,50 रुपए का कुल चालान हमलोगों ने मिल कर काटा। अंततः सभी लोगों से हर समय मास्क पहन यात्रा करने का निवेदन दिया।
