बिहार स्टेट हेड श्रवण आकाश की खास रिपोर्ट
खगड़िया जिला के परबत्ता प्रखंड अंतर्गत विभिन्न जगहों के विद्यालयों में कोविड शिविर लगा छात्र छात्राओं ने भी आज कोविड वैक्सीन लेकर अपने आप में गर्व महसूस किया । बिहार सरकार सह जिलाधिकारी डाॅक्टर आलोक रंजन घोष के आदेशानुसार विभिन्न विद्यालयों में जिन छात्र-छात्राओं का 15 वर्ष उम्र पूरी कर ली है। वैसे छात्र छात्राओं को कोरोना वैक्सीन दिया गया। परबत्ता प्रखंड के एस.आर. उच्च विद्यालय तेमथा में जहां छात्रा लक्ष्मी कुमारी ने कोरोना वैक्सीन के प्रथम डोज कोवैक्सीन का प्रथम डोज लेकर बताई कि कोरोना वैक्सीन लेने से हम लोगों को कोराना नहीं छु पाएंगे । ये तो मैं पहले से ही लेने की प्रयास में थी। वहीं इसी विद्यालय की छात्रा निधि कुमारी ने बताई कि हम लोगों ने 15 वर्ष की उम्र पूरी कर ली है और कोरोना वैक्सीन की प्रथम डोज ले ली हैं। हमलोंगों को बिहार सरकार के द्वारा वैक्सीन उपलब्ध कराने को लेकर मैं सभी बिहार सरकार और जिलाधिकारी डाॅक्टर आलोक रंजन घोष का आभार व्यक्त करती हुं। वही छात्र माधव कुमार ने बताया कि कोरोना वैक्सीन लेना जरूरी था। बिहार सरकार की घोषणा हुई हम लोगों ने 15 वर्ष की उम्र पार कर ली है और कोरोना वैक्सीन लिया जो अच्छा लगा। यह वैक्सीन हमलोगों को कोरोना से बचाव करेगा। जबकि सुजीत कुमार ने कहा कि जिस दिन हीं बिहार सरकार ने घोषणा किया था कि 15 वर्ष से 18 वर्ष के भी बच्चों को वैक्सीन दिया जाएगा। उसी दिन ही मुझे खुशी हुई थी और आज जैसे ही वैक्सीनेशन कार्य की शुरुआत मेरे विद्यालय में हुई वैसे ही मैंने कोराना वैक्सीन ले ली, जो कोरोना से बचाव के रास्ते में जरूरी था। वही मनभावन ने कोरोना वैक्सीन की प्रथम डोज लेने के बाद गर्व महसूस करते हुए बताया कि यह वैक्सीन कोरोना से बचाव के लिए जरूरी था। बिहार सरकार सरकार ने जो इसकी शुरुआत की है यह हम लोगों के हित में जबकि विकल्प कुमार ने कहा कि यह जरूरी हमलोगों को भी बहुत जरूरी था। सरकार ने हम लोगों के लिए जो इसकी शुरुआत की है हम लोग आभारी है । इतना ही नहीं एस आर उच्च विद्यालय तेमथा के प्रधानाचार्य सुनिल कुमार सहित समस्त शिक्षक शिक्षिकाएं और छात्र छात्राओं ने कोविड वैक्सीन की उपलब्धता को लेकर भारत सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी मुख्य रूप से शुक्रिया कहा। वहीं कई बच्चियां टीका लगाने से पहले नर्वस और आनाकानी भी करती दिखी। अंततः मौजूद छात्र छात्राओं ने बताया कि वे इस दिन का इन्तजार बेसब्री से कर रहे थे। अब जब समय आया है तो थोड़ा बहुत डर लग रहा है। क्योंकि सुई मैं जल्दी नहीं लेती हुं।