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नवगछिया एनएच 31 पर स्टैंड किरानी के बेटे की गोली मार कर हत्या।

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नवगछिया एनएच 31 पर स्टैंड किरानी के बेटे की गोली मार कर हत्या।

नवगछिया। थाना क्षेत्र अंतर्गत एनएच 31 लक्ष्मीपुर जाने वाली गली में शनिवार को नवगछिया बस स्टैंड के किरानी रमेश कुमार उर्फ दुखन यादव के 30 वर्षीय पुत्र राजाराम यादव उर्फ राजा की गोली मार कर हत्या अपराधियों ने कर दी गई। घटना के तुरंत बाद घायल स्थिति में राजा यादव को एक प्राइवेट अस्पताल ले जाया गया, जहां से तुरंत उसे नवगछिया अनुमंडल अस्पताल भेजा गया। वही अनुमंडल अस्पताल में युवक को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। मृत युवक के दाहिने हाथ और बायें सीने में गोली लगी है। देर शाम पुलिस ने युवक का पोस्टमार्टम करवा कर परिजनों को सुपुर्द कर दिया। जानकारी मिलते ही नवगछिया एसडीपीओ दिलीप कुमार और थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर भारत भूषण ने अस्पताल और घटनास्थल पर जा कर मामले की तहकीकात की।

इधर मामले में प्राथमिकी दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई। जानकारी मिली है कि राजाराम यादव ऑटो चलाने का काम करता था। वह इंडेन गैस एजेंसी के पास सवारी लोड कर रहा था। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि एनएच 31 सड़क के ठीक बगल में लक्ष्मीपुर जाने वाली सड़क के मुहाने के समीप शाम लगभग चार बजे राजाराम खड़ा था। आस पास एक दो ऑटो भी खड़ी थी, इसी बीच अचानक एक मोटरसाइकिल पर सवार तीन अपराधी वहां आ धमका, चालक मोटरसाइकिल पर ही रहा, जबकि दो अपराधी बाइक से उतर गए, दोनों के हाथ में पिस्तौल था। जब तक राजाराम कुछ समझ पाता तब तक एक अपराधी उसके काफी नजदीक आ गया और राजाराम पर गोली चला दी। राजाराम गोली से बचने के लिये हाथ को आगे किया। कहा जा रहा कि अपराधी द्वारा चलायी गयी गोली राजाराम के दाएं हाथ को चीरते हुए सीने में बायीं तरफ जा लगी।

गोली लगने के बाद राजाराम लक्ष्मीपुर रोड की तरफ भागने लगा। वही 50 मीटर दूर जाते ही वह जमीन पर गिर गया। इधर अपराधी राजाराम को और गोली मारने के फिराक में था लेकिन सड़क पर काफी आवाजाही थी और लक्ष्मीपुर रोड पर दोनों ओर दुकानें खुली थी। अपराधियों ने राजाराम का पीछा तो जरूर किया लेकिन फिर गोली नहीं मार सके और लक्ष्मीपुर की ओर भाग गए। घटना में नया टोला के सौरभ नामक युवक का नाम सामने आया है। बताया जा रहा है कि सौरभ करीब चार माह पहले ही जेल से बाहर आया है। एक संगीन मामले में करीब एक वर्ष पहले वह पकड़ा गया था। परिजनों का कहना है कि सौरभ को लगता था कि उसके जेल जाने की वजह राजाराम ही है। इस कारण से वह इनदिनों राजाराम की हत्या के फिराक में रहता था। यह बात भी सामने आ रही है कि राजाराम की पत्नी से भी उसका विवाद चल रहा था और दोनों के बीच संबंध विक्षेदित था। गोसाईंगांव के दया नाम के व्यक्ति पर भी परिजनों को संदेह है। हालांकि पुलिस मामले में सभी बिंदुओं को ध्यान में रख कर अनुसंधान प्रारंभ किया है। इस बारे में एसडीपीओ ने दिलीप कुमार ने कहा कि पुराने विवाद में हत्या कर दिए जाने की बात सामने आ रही है। पुलिस सभी बिंदुओं को ध्यान में रख कर अनुसंधान प्रारंभ कर चुकी है। परिजनों के बायान का भी इंतजार है। कांड में शामिल अपराधियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।

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