
श्रवण आकाश, खगड़िया की खास रिपोर्ट
खगड़िया जिला के परबत्ता प्रखंड अंतर्गत सार्वजनिक रामावती उच्च विद्यालय, तेमथा हाई स्कूल पर एक और जहां भ्रष्ट शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों की अनदेखी के बदौलत शिक्षकों की वर्षों से घोर कमी देखी जा रही हैं, अर्थात संबंधित पदाधिकारियों की जहां सैकड़ों छात्र-छात्राओं के पठन-पाठन होने वाले विद्यालय पर आंख बंदी नजर आ रही हैं। वहीं अब इस विद्यालय पर आसपास के गांवों की असामाजिक तत्वों द्वारा भी स्कूल के ऊपर बुरी नजर पड़ चुकी हैं। जिसको लेकर आसपास के गांव के असामाजिक तत्वों द्वारा विद्यालय परिसर के अंदर प्रवेश कर विद्यालय के कीमती सामानों की तोड़फोड़ कर विद्यालय व्यवस्था को तहस-नहस करना, अर्थात पठन-पाठन कार्य में बाधा उत्पन्न करना भी प्रारंभ हो चुकी हैं। जिसको लेकर वर्तमान समय में शिक्षक – शिक्षिकाओं के साथ-साथ छात्र छात्राओं के बीच में आसपास गांव के असामाजिक तत्वों को लेकर आक्रोश पनप चुकीं हैं। जिसके पश्चात मजबूरन विद्यालय प्रधान को अब पुलिस प्रशासन की शरण में जाकर सहयोग मांगने भी प्रारंभ हो गए हैं। अब सवाल यह उठता है कि विकसित परबत्ता, अमन चैन और शांति के नाम से जाने वाले परबत्ता में अब शिक्षक विद्यालय का संचालन करें, बच्चों को पढ़ाएं, बच्चों का भविष्य बनाएं या फिर अब पुलिस प्रशासन थाना का चक्कर काटते फिरे, अंततः विद्यालय प्रधान द्वारा परबत्ता थाना के पुलिस प्रशासन को लिखित आवेदन दे दी गई हैं । अब देखना यह है कि प्रशासन कहां तक और क्या कार्रवाई या फिर मदद विद्यालय हित में करते हैं।


वहीं इस मामले को लेकर विद्यालय के शिक्षक बालमुकुंद बिहारी ने बताया कि वर्षों से लाख कोशिशें करने के बावजूद भी विद्यालय में शिक्षकों की अब तक घोर कमी हैं। हालांकि अपने स्तर से बहुत प्रयास किया, लेकिन शिक्षा विभाग के द्वारा अब तक पर्याप्त मात्रा में शिक्षकों की पुर्ति नहीं की गई। आपको ज्ञात हों कि इस विद्यालय में वर्ग नवम् और दशम् दोनों कक्षा में मिलाकर तकरीबन तीन सौ से अधिक छात्र छात्राओं की पढ़ाई होनी है। उसमें भी कुल छः विषय की, लेकिन विद्यालय में शिक्षक मेरे अलावा सिर्फ एक ही हैं। जिसके कारण छात्र छात्राओं को संतोषजनक पढ़ाई नहीं मिल पाती है।


इतना ही नहीं विद्यालय के प्रधानाध्यापक सुनील कुमार ने बताया कि मैं जब से इस विद्यालय में ज्वाइन किया हुं, तब से अवकाश के बाद या फिर संध्या समय आसपास के असमाजिक तत्वों द्वारा कुछ ना कुछ खुराफाती करते आ रहे थे। जिस पर हमलोग उतना ध्यान नहीं देते थे। हालांकि इस विषय को लेकर कुछ ग्रामीण अभिभावकों और पंचायत के मुखिया आदि के पास भी गया, लेकिन किसी के द्वारा संतोषजनक अमल नहीं किया गया। जिसके कारण आसपास के गांव के असामाजिक तत्वों द्वारा बड़ी खुराफाती को अंजाम देकर बीते दिन ज्यादा तोड़फोड़ कर विद्यालय परिवार को नुक़सान पहुंचाया, जिसके बाद हम लोगों को उनके प्रति ऐसा कदम उठाने और प्रशासन से सहयोग मांगने को विवश हो गया हुं।
