राज्य के कई जिलों के कवियों एवं कवियित्रियों का हो रही आगमन, मुखिया स्मृति कुमारी भी खोलेंगी अपनी डायरिनुमा पिटारा से कई हास्य रचनाएं

श्रवण आकाश, खगड़िया की कलम से
खगड़िया जिले के परबत्ता प्रखंड अंतर्गत सियादतपुर अगुआनी पंचायत के गंगा किनारे बसे अगुवानी गांव में नवरात्रि के शुभ अवसर पर दुर्गा मंदिर के प्रांगण में बने ऐतिहासिक विशालकाय मंच पर भव्य रूप से कवि सम्मेलन का आयोजन शुक्रवार दशवीं की संध्या पर आयोजित होंगी। जहां बिहार के मुंगेर, दरभंगा, भागलपुर, मुजफ्फरपुर, वैशाली, खगड़िया, भागलपुर, बेगूसराय, बांका सहित अन्य जिलों के कवियों का आगमन और कविताएं की बौछारें की जाएगी। ग्रामीण युवाओं द्वारा तैयारियां जोरों पर की जा रही हैं।


वहीं इस कार्यक्रम के आयोजक व संयोजक युवा कवि विकास सौलंकी ने कहा कि हमारा गांव शिक्षित व अनुभवी लोगों की सदा जन्मभूमि रही हैं। वर्षों से सुनी पड़ी हमारे गांव की ऐतिहासिक मंच पर रंगारंग कार्यक्रम अकेले संपन्न कराने बिल्कुल एक चुनौती थी लेकिन ग्रामीण युवाओं और बुजुर्गों की अपार सहयोग देख मुझे लगता है ये आयोजन सिर्फ छोटी मोटी आयोजन हीं नहीं बल्कि क्षेत्रों में एक वृहत स्तर पर आयोजन संपन्न होंगे। जिसके लिए हमारे गांव के हर एक युवा और बुजुर्ग आभार के पात्र हैं। इसके साथ ही साथ उन्होंने कहा कि मेला में पुर्ण व्यवस्था के अलावा मंच के सामने वाटरप्रुफ विशाल पंडाल लगाई जा रही है। इसके साथ ही साथ ग्रामीण युवाओं की ओर से शुद्ध पेयजल की व्यवस्था की जाएगी। वहीं इस आयोजन में विभिन्न तरह के प्रस्तुति सुनने को मिलेंगे। जिसके लिए खासकर कई हास्य कवियों का भी आगमन हो रहीं हैं। जहां वर्तमान राजनीति पर भी कटाक्ष करने के साथी काव्य रंग जब आएंगे।


अंततः उन्होंने बताया कि भागलपुर निवासी हिंदी एवं अंगिका के वरिष्ठ साहित्यकार एवं तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के कुल गीतकार विद्यावाचस्पति अमोद कुमार मिश्र, बिहार के प्रतिष्ठित गजलकार व मुंगेर जिला निवासी श्री अनिरुद्ध सिंन्हा, वरिष्ठ कवि श्री विनोद कुमार हंसौड़ा (दरभंगा), युवा कवि व अंगिका ब्यायज के संस्थापक डॉ मनजीत सिंह किनवार (भागलपुर), युवा साहित्यकार व मुजफ्फरपुर जिला निवासी अमीर हमजा, इतना हीं नहीं हास्य व्यंग के कवि नागेंद्र मनी (वैशाली) और खगड़िया जिला के बहुचर्चित कवियित्री श्रीमती स्वराक्षी स्वरा, युवा कवि व मंच संचालक कुमार गौरव (भागलपुर), युवा गीतकार पूर्णेन्दु चौधरी (बेगूसराय), वीर रस के युवा कवि सुजीत संगम (बांका) के साथ ही साथ काव्य प्रस्तोता चक्रधर कृष्णा (बांका) आदि कई कवियों और कवियित्रियों का आगमन हो रहीं हैं।

मुखिया स्मृति कुमारी भी खोलेंगी वर्षों से बंद अपनी डायरिनुमा पिटारा से कई हास्य रचनाएं
वहीं इस आयोजन की निवेदका व सियादतपुर अगुआनी पंचायत की मुखिया स्मृति कुमारी ने बताई कि हमारे गांव के इस कला परिषद भवन के ऐतिहासिक मंच पर तकरीबन 20 वर्ष पहले नुक्कड़ नाटक का आयोजन की जाती थीं। जो किसी कारणवश वर्षों से बंद पड़ी थी। वहीं इस वर्ष मां दुर्गा के कृपा से हमारे गांव के युवक विकास सौलंकी और उनके टीम के अथक प्रयास से जो वर्षों से बंद पड़ी इस आयोजन को वृहत् रुप से जो तैयारियां की जा रही हैं। वो बिल्कुल काबिले तारीफ है। इसके साथ ही साथ मुखिया स्मृति कुमारी ने इस आयोजन को लेकर बेहद प्रसन्नता जाहिर करते हुए बताई कि मैं खुद बीच बीच में चोरी छिपे कुछ लाइनें अपनी डायरी में लिखा करती थी, जो खुबसूरत लाइनें का डायरिनुमा पिटारा को खोल अपने सैकड़ों ग्रामीणों और अतिथियों के समक्ष खोलने का सौभाग्य प्राप्त होगी। हालांकि वर्तमान समय में भींगी बारिश के कारण थोड़ी व्यवधान भी हों सकतीं थीं लेकिन उसे दुरुस्त करने का भरसक प्रयास किया जा रहा हैं।
