बिहार स्टेट हेड श्रवण आकाश की खास रिपोर्ट
बिहार पंचायत चुनाव मतगणना के बाद आज खगड़िया जिला के परबत्ता प्रखंड कार्यालय व आई टी भवन कार्यालय में दुसरे दिन भी मोहद्दीपुर, बंदेहरा और पिपरालतीफ पंचायतों के नवनिर्वाचित प्रतिनिधियों का प्रखंड विकास पदाधिकारी व अन्य पदाधिकारियों की उपस्थिति में शपथ ग्रहण समारोह आयोजित कर सभी नवनिर्वाचित पंचायत प्रतिनिधि का शपथ ग्रहण कराया गया।

जिसमें जनता के हितों से जुड़ी आवश्यक कई मुद्दों जैसे मैं आजीवन शराब का सेवन नहीं करूंगा, मैं अपने कर्तव्य पथ पर उपस्थित रहुं या नहीं लेकिन शराब का खरीद बिक्री में कभी हस्तक्षेप नहीं करूंगा अर्थात अपने क्षेत्रों में शराब बंदी कानून का सौ फीसदी सहयोग करूंगा। दुर्भाग्यवश यदि किन्हीं में दोषी पाया गया तो कानूनन कार्रवाई मुझे भी किया जाय आदि कई महत्वपूर्ण मुद्दों को लेकर शपथ ग्रहण कराया गया।

उपमुखिया और उपसरपंच निर्वाचन प्रक्रिया रही काफी रोमांचक
पिपरालतीफ पंचायत में उप मुखिया का चुनाव अबरार अहमद और एकराम के बीच हुई, जिसमें एक मत से अबरार अहमद ने जीत हासिल कर उपमुखिया पर चयनित हुए। वहीं उपसरपंच पद से अब्दुल बारी और मजलूमा खातुन के बीच चुनाव होने के तत्पश्चात 8 मतों से मजलूमा खातुन विजयी हुई।
जबकि महद्दीपुर पंचायत में उपमुखिया पद के लिए गुंजन कुमारी और सत्येन्द्र सिंह के बीच चुनाव में गुंजन कुमारी ने अपनी विपक्षी प्रतिनिधि से कुल 6 मत अधिक लाकर अपनी जीत हासिल की और वहीं कुछ हीं मिनटों बाद उपसरपंच के लिए जैकी कुमार और राजेंद्र तिवारी के बीच चुनाव हुई जिसमें जैकी कुमार ने 2 मत अधिक प्राप्त कर अपनी जीत हासिल किया।

वहीं बंदेहरा पंचायत में उपमुखिया पद के लिए जुही कुमारी और सुजित कुमार के बीच चुनाव हुई जिसमें सुजित कुमार ने 3 मत अधिक प्राप्त कर उपमुखिया पद पर अपना हक जमाया। वहीं उपसरपंच पद हेतु गोपाल दास को सभी प्रतिनिधियों ने निर्विरोध जीता कर अपने सुयोग्य और सेवाभावी प्रतिनिधि गोपाल दास को उपसरपंच बना दिया।
वहीं प्रखंड विकास पदाधिकारी व बीडीओ अखिलेश कुमार ने बताया कि मैं सभी पंचायत के सभी प्रतिनिधियों को प्रपंच 24 के तहत नोटिस भेज दिए हैं। वहीं प्रतिनिधियों के प्रवेश द्वार पर प्रवेश के वक्त निर्वाचन प्रमाण पत्र का मूल और आईकार्ड का मूल निर्वाचन आयोग में अपलोड करने हेतु लेकर आना सुनिश्चित किए हैं। साथ ही साथ शपथग्रहण में चुनाव आयोग के द्वारा प्रपत्र 28 के अंतर्गत सबसे पहले पद का शपथ ग्रहण के बाद मद्य निषेध हेतु शराब आजीवन ना पीने की शपथ दिलाई जा रहीं हैं। अंततः सभी प्रतिनिधियों में शपथ ग्रहण के दौरान प्रतिनिधियों के चेहरे पर प्रसन्नता व हर्षोल्लास की दृश्य नजर आने की बात बताया।