- मृतक रविश के छोटे भाई के लिखित बयान पर नदी थाने में हत्या की प्राथमिकी दर्ज
- अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस कर रही छापेमारी
- नवगछिया एसपी ने कहा पाताल से भी गिरफ्तार किए जाएंगे अपराधी
- किसानों को बेखौफ होकर फसल तैयारी करने की अपील की
बसंत कुमार/नवगछिया। बीते मंगलवार की सुबह खरीक के नदी थाना क्षेत्र के टेकना, गरैया बहियार कोसी दियारा का इलाका अपराधियों की गोलियों की तड़तड़ाहट से गुंज उठा। बता दें कि उक्त बहियार में पुलिस कैंप तैनाती होने के बाद भी बेखौफ अपराधियों द्वारा कोसी दियारा क्षेत्र में अपना वर्चस्व कायम रखने एवं किसानों से रंगदारी के लिए झंडापुर गाँव के किसान शिवनंदन कुमर के 35 वर्षीय पुत्र रविश कुमर की गोली मारकर निर्मम हत्या कर दी और सभी जमींदोज हो गए। हालांकि नवगछिया एसपी शुशांत कुमार सरोज ने घटना के बाद से खुद बहियार में लगातार कैंप कर रहे हैं। कई थानों की पुलिस पूरे दियारा इलाके में छिपे कट्टाधारी कुख्यात अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है। बुधवार शाम तक किसी भी अपराधियों की गिरफ्तारी नही हो सका था। मामले में मृतक के छोटे भाई अमिश कुमर के लिखित बयान पर नदी थाने में हत्या की प्राथमिकी दर्ज की गई है। घटना में शामिल कुल नौ अपराधियों को नामजद करते हुए अमिश ने लिखा है, कि घटना के वक्त अमिश और गाँव के सुमन यादव, रविश के साथ ही मोटरसाइकिल पर ही थे। बड़ा भाई मनीष कुमर थ्रेसर लेकर पीछे था। त्रिमुहान घाट से आगे जाने के बाद महंत जी खेत के समीप पहुंचने पर बगल के मकई खेत में पूर्व से घात लगाए हथियारबंद अपराधी झंडापुर थाना क्षेत्र के औलियाबाद, नवटोलिया निवासी कुख्यात जजला यादव, खरीक थाना के नयाटोला भवनपुरा निवासी गयानंद यादव, मौसम यादव, विलास यादव, नदी थाना क्षेत्र के कहारपुर के प्रभाष यादव, खरीक तुलसीपुर के बदरा यादव, नदी थाना क्षेत्र के शिहकुंड निवासी संतोष पासवान, बिहपुर थाना क्षेत्र के अरसँडीह निवासी पंकज यादव और खगरिया जिले के गोगरी थाना क्षेत्र के भौडिया निवासी गुड्डू पासवान उपरोक्त सभी हथियार से लैस मकई खेत से अचानक बाहर निकलकर हथियार तानते हुए मोटरसाइकिल को रोक दिया औऱ रविश को पकड़ने का प्रयास किया। जान बचाने के लिए मोटरसाइकिल पर सवार तीनों व्यक्ति तीन दिशा में भागने लगे अमिश नदी में कूद गया, सुमन मकई खेत में और रविश गेहूं खेत की ओर भागने लगा, जिसे सभी अपराधियों ने खदेड़कर पकड़ लिया। जजला यादव ने कट्टे से रवीश के सिर में पीछे से और एक गोली पेट मे मार दिया। जिसके बाद सभी अपराधकर्मी हथियार लहराते हुए मकई खेत मे घुसकर फरार हो गया। इसी बीच सुमन यादव मकई खेत से भागते हुए टेकना बहियार स्थित पुलिस कैंप पहुंचा और जाकर घटना की जानकारी दी। जिसके बाद कैंप में तैनात पदाधिकारी व बीएमपी के जवान घटनास्थल पर दौड़कर आए। अमिश नदी से तैरते हुए बाहर आया तो रवीश को मृत अवस्था में देखकर अपने भाइयों को जानकारी दिया। आवेदन में अमिश ने कहा है कि जब से इस बहियार में पुलिस कैंप बना और पुलिस बल की तैनाती हुई, तब से इन अपराधियों का बहियार में रंगदारी नही चलता है और किसान की फसल सुरक्षित घर पहुंचती है। इसी कारण अपराधियों ने किसानों को भयभीत करने के लिए घटना को अंजाम दिया है। किसानों की सुरक्षा के लिए रविश अपराधियों के कारनामो का विरोध भी करता था। परिजनों को डर सता रहा है कि अब उसका फसल घर आएगा कि नही। घटना के बाद से मृतक के परिजन समेत इलाके के किसान डरे-सहमे हैं। नवगछिया एसपी शुशांत कुमार सरोज ने कहा कि पुलिस कैंप में तैनात जवानों द्वारा बहियार में छापेमारी जारी है। किसी भी हालत में अपराधियों को पाताल से भी तलास कर गिरफ्तार किया जाएगा। उन्होंने किसानों को बेखौफ होकर बहियार जाने और फसल तैयारी करने की अपील की है। एसपी ने कहा है किसी को डरने की जरूरत नही है। कही भी किसी प्रकार का भय लगे, अविलंब पुलिस को सूचना दें। इधर पोस्टमार्टम के बाद रवीश के शव का महादेवपुर शंकरपुर गंगा घाट पर दाह संस्कार किया गया। मुखाग्नि मृतक के तीन वर्षीय पुत्र नयन ने दिया। घटना के बाद से मृतक के घर चूल्हा नही जला है, सभी भूखे-प्यासे रोते-विलखते रहते है। पत्नी करिश्मा देवी दोनों पुत्रों के साथ खुद को कमरे में बंद कर रोते रहती है। वृद्ध माँ सरला देवी पिता शिवनंदन कुमर अचेत हो गए हैं, सभी का रोरोकर बुरा हाल है।