तमिलनाडु हिंसा का फर्जी वीडियो शेयर करने के आरोप में जेल में बंद बिहार के यूट्यूबर मनीष कश्यप की उस याचिका पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी, जिसमें उसकी ओर से जमानत के साथ-साथ सभी केसों को एक साथ क्लब करने की अपील की है. हालांकि इस मामले में सोमवार को ही सुनवाई होनी थी, लेकिन सुनवाई मंगलवार के लिए टल गई.
मनीष कश्यप ( Manish Kashyap ) के वकील एपी सिंह की ओर से 5 अप्रैल को सर्वोच्च न्यायालय में याचिका दायर की गई थी. जिसमें उन्होंने मनीष को रेग्यूलर बेल देने के साथ ही कोर्ट से उसके खिलाफ दर्ज सभी एफआईआर (FIR) को एक जगह मर्ज करने की अपील की थी. मनीष पर बिहार में आर्थिक अपराध इकाई की ओर से 4 और तमिलनाडु पुलिस की तरफ से 13 केस दर्ज हैं.
पिछले दिनों तमिलनाडु की मदुरई पुलिस ने मनीष कश्यप पर नेशनल सिक्योरिटी एक्ट यानी एनएसए ( NSA ) भी लगा दिया है. जिस वजह से उसका फिलहाल जेल से बाहर आ पाना आसान नहीं होगा. उस पर सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने का गंभीर आरोप लगाया गया है.
यूट्यूबर मनीष कश्यप 29 अप्रैल तक के लिए न्यायिक हिरासत में है. उसने एक पुराने मामले में कुर्की जब्ती की कार्रवाई से ठीक पहले 18 मार्च को बिहार के पश्चिम चंपारण जिले के जगदीशपुर ओपी में आत्मसमर्पण किया था. जिसके बाद आर्थिक अपराध इकाई ने उसे हिरासत में लेकर कई दिनों तक पूछताछ की. वहीं 29 मार्च को आगे की पूछताछ के लिए मदुरई पुलिस अपने साथ तमिलनाडु लेकर आ गई।