हजारों किलोमीटर की यात्रा कर विदेशों से यहां आते हैं पक्षियों की झुंड ।
नवगछिया। सर्दी के मौसम और ऋतुराज बसंत के आगमन से पूर्व ही नवगछिया के जगतपुर झील, तलाब सहित इलाकाई क्षेत्र विभिन्न प्रकार के बाहरी विदेशी पक्षियों से भर जाते हैं। तालाब के आसपास ऑस्ट्रेलिया, रूस और मंगोलिया सहित विभिन्न देशों से मेहमान के रूप में पहुंचे पक्षियों का झुंड कलरव करते देखे जा रहे है। तालाब और झील में कॉमन कूट, गडवाल डक, कॉमन पोचार्ड, कॉमन टिल सहित दर्जनों प्रजाति के बाहरी व विदेशी पक्षियों का झुंड देखने को मिल रहे हैं।

इसके लुप्त उठाने पहुंचे विदेशी मेहमानों से जगतपुर का इलाकाई क्षेत्र भरा पड़ा है। सभी विदेशी मेहमान मार्च माह तक नवगछिया में ही प्रवास करेंगे। प्रकृति प्रेमी इन पक्षियों के चहचहाहट को सुनने और कलरव का आंनद लेने दूर-दूर से आते हैं। सर्द मौसम और ठंडे पानी मे विदेशी मेहमानों को अठखेलियाँ करते हुए लोग अपने कैमरे में तस्वीर कैद करने से खुद को रोक नही पाते। बता दें कि हर वर्ष कडोडो मिल दूरी तय कर विभिन्न प्रजातियों के पक्षी नवगछिया के जगतपुर झील पहुँचते हैं।

जिस कारण दूर दराज से आये लोगों को जगतपुर झील पर्यटन स्थल के रूप में नजर आता है, लेकिन सरकार और प्रशासनिक उदासीनता के कारण जगतपुर झील हमेशा से उपेक्षित है। झील के चारों ओर निर्माणाधीन बांध और पगडंडियों के सहारे लोग झील तक बड़ी मशक्कत से पहुंचते हैं।

कच्ची सड़क होने के कारण पक्षी प्रेमियों को कई किलोमीटर की दूरी पैदल तय करना पड़ता है। सूबे में पर्यटन को बढ़ावा देने की दावा करने वाली सरकार को जगतपुर झील पर ध्यान देने की जरूरत।

हाजरों किलोमीटर की दूरी से विदेशी पक्षियों को आकर्षित करने वाला जगतपुर झील आजतक जीर्णोद्धार की बाट जोह रहा है और सरकार अपनी इस दावे को दवा देने में लगी है। जिला प्रशासन को चाहिए कि जगतपुर झील की जीर्णोद्धार के लिए आगे बढ़े।