बिहपुर प्रखंड के बिहपुर दक्षिण- सोनवर्षा पंचायत में रविवार को बिहार राज्य किसान सभा के बैनर तले इलाके के किसानों व रैयतों का क्षेत्रीय सम्मेलन हुआ। इसमें क्षेत्र के आधा दर्जन गांवों के किसान व रैयत पहुंचे। इसकी अध्यक्षता मुखिया नीनारानी व संचालन प्रणेश समदर्शी ने किया। सम्मेलन द्वारा सरकार व जिला प्रशासन से मांग की गई कि गंगा दियारा में किसानों की वो जमीन जिस पर गंगा की धारा बहने के कारण बिहार सरकार हो गई थी।
![जमाबंदी ना होने पर शुरू होगा जन आंदोलन.. 2 img 20240108 wa00031296994862731298971](https://www.inquilabindia.com/wp-content/uploads/2024/01/img-20240108-wa00031296994862731298971-1024x576.jpg)
वह जमीन धारा बदलने के कारण गंगा के गर्भ से निकल गई है। हमारी मांग है कि गंगा की गर्भ से निकले जमीन की पुराने रैयतों व उत्तराधिकारियों के नाम जमाबंदी हो। अगर उक्त जमीन पुराने रैयतों के नाम से जमाबंदी न कर किसी अन्य को कर दिया गया तो यह एक बड़े फसाद कारण बनेगा। मौके पर सम्मेलन को रामशरण यादव,जमाबंदी न होने पर शुरू होगा आंदोलन सम्मेलन में मौजूद विभिन्न गांवों के किसान व रैयत सरपंच प्रतिनिधि मिथिलेश कुमार व रंजीत राणा ने कहा कि इन बातों को बीते 30 अक्टूबर को सोनवर्षा में ही जनसंवाद कार्यक्रम में पहुंचे डीएम, एसपी, डीडीसी, एसडीओ, बीडीओ व सीओ के समक्ष भी प्रमुखता से रखा गया था। साथ ही आवेदन भी सौंपा गया था। इस पर डीएम ने इस दिशा में विधिसम्मत सकारात्मक पहल करने का भरोसा दिया था।
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सम्मेलन में किसानों ने कहा कि इस दिशामें सरकारी पहल नहीं हुआ तो हम अपनी मांगों को लेकर चरणबद्ध आंदोलन शुरू करेंगे। प्रणेश समदर्शी ने कहा कि आंदोलन की अगली कड़ी में अंचल कार्यालय के समक्ष धरना- प्रदर्शन होगा। इसके तिथि की घोषणा जल्द कर दी जाएगी। इस अवसर पर मुखिया प्रतिनिधि प्रवीण उर्फ फोर्ड, उप मुखिया राहुल कुमार, अवधेश मालाकार, निरंजन कुमर, नंदकिशोर कुमर मौजूद थे।