पति के खिलाफ नहीं हुआ मुकदमा दर्ज तो पत्नी ने जमकर काटा बवाल
अमरजीत सिंह संवादाता नाथनगर
भागलपुर के मधुसुदनपुर थाना में शुक्रवार की सुबह महमदपुर की रेशमा देवी अपने ही पति अरविंद तांती पर हत्या का मुकदमा दर्ज कराने के लिए पहुंची| वहीं इस दौरान उनके साथ उनका जेठ और मृतक का दूसरा भाई ध्रुव तांती के अलावा कई ग्रामीण भी मौजूद थे| लेकिन जब पुलिस ने महिला का शिकायत दर्ज करने में आनाकानी किया तो फिर देखते ही देखते साथ आए ग्रामीणों ने महिला के साथ मिलकर जमकर बवाल काटा| इस दौरान आरोपी अरविंद तांती की पत्नी रेशमा देवी ने बताया कि बुधवार की शाम में उनके पति ने अपने ही बड़े भाई मंगल तांती पर जानलेवा हमला कर दिया| इसके बाद उन्होंने जब शोर मचाना शुरू कर दिया तो उनके जेठ ध्रुव तांती और अन्य परिजनों ने आनन – फानन में गंभीर रूप से घायल मंगल तांती को इलाज के लिए जवाहरलाल नेहरु चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल मायागंज में भर्ती करवाया लेकिन इलाज के दौरान गुरुवार की सुबह उनकी मौत हो गई| रेशमा देवी की मानें तो उनके पति अरविंद तांती और मृतक मंगल तांती की पत्नी के बीच में प्रेम – प्रसंग था| इस बात को लेकर दोनों भाइयों में पहले भी विवाद हुआ था| वहीं घटना वाले दिन अरविंद तांती ने अपनी पत्नी रेशमा देवी के साथ पहले मारपीट किया था इसके पश्चात मंगल तांती पर ईंट और पत्थर से जानलेवा हमला कर दिया| रेशमा देवी ने बताया कि उनके पति ने उन्हें धमकी देते हुए कहा कि वह इस हत्याकांड के बारे में किसी को भी नहीं बताएगी वर्ना मंगल तांती की भांति वह उनकी भी जान ले लेंगे| रेशमा देवी की मानें तो वह खुद और उनके जेठ यानी कि मृतक का दूसरा भाई ध्रुव तांती हत्याकांड के चश्मदीद गवाह हैं| बावजूद इसके मधुसुदनपुर थाना में आरोपियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज नहीं की जा रही है| मृतक के भाई ध्रुव तांती ने कहा कि उन्होंने अरविंद तांती को अपने भाई मंगल तांती की हत्या करते अपनी आंखों से देखा है| इसके बाद भी पुलिस उनकी शिकायत नहीं ले रही है| ध्रुव तांती ने कहा कि पुलिस वाले दलील दे रहे हैं कि भाई के विरूद्ध भाई की शिकायत नहीं ली जा सकती है| उन्होंने कहा कि ऐसा प्रतीत हो रहा है कि मधुसूदनपुर थाना की पुलिस आरोपी अरविंद तांती से मिली हुई है| वहीं दूसरी ओर मधुसूदनपुर थाना की पुलिस के इस रवैए से ग्रामीणों के बीच काफी आक्रोश देखा जा रहा है| नराज ग्रामीणों ने पुलिस अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर शिकायत दर्ज कर पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं करेगी तो सभी गांव वाले मिलकर प्रदर्शन करेंगे| वहीं इन सब के बीच अब सवाल यह भी उठता है कि जब मृतक का भाई और आरोपी की पत्नी खुद हत्याकांड के चश्मदीद गवाह हैं तो फिर पुलिस शिकायत दर्ज कर आवश्यक कार्रवाई करने से क्यों कतरा रही है| शिकायत दर्ज कराने आए फरियादी द्वारा पुलिस और आरोपी के बीच मिलीभगत का जो आरोप लगाया गया है इसमें क्या सच्चाई है यह तो समय आने पर पता चलेगा लेकिन क्या मधुसूदनपुर थाना की पुलिस का यह रवैया उनके नियत और कर्तव्यनिष्ठा पर सवाल खड़ा नहीं कर रहा है| प्रदेश के मुखिया नीतीश कुमार लगातार पुलिस अधिकारियों को फरियादियों के साथ शिष्ट व्यवहार करने और उनकी शिकायत दर्ज कर आवश्यक कार्रवाई करने के लिए लिए निर्देश देते हैं बावजूद इसके यह ठहरे भागलपुर की पुलिस यह कहां कुछ सुनने वाले हैं| यही नहीं पिछले दिनों थाना क्षेत्र के बायपास में डबल मर्डर की गुत्थी सुलझाने में भी मधुसुदनपुर थाना की पुलिस को उम्मीद के अनुरूप सफलता नहीं मिल पाई है| जबकि पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए परिजन सभी आरोपी की जल्द गिरफ्तारी की मांग को लेकर लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं| लेकिन मधुसुदनपुर थाना की पुलिस इन अनहोनी घटनाओं से सबक लेने के बजाय बिना वजह अलग – अलग विवादों को तूल देने में अपनी कामयाबी समझ रहे हैं|