गंगा किनारे बसे अगुवानी ग्राम में अंतरराज्यीय कवि सम्मेलन का हुआ भव्य आयोजन में पहुंचे सैकड़ों दर्शक ।।
खगड़िया जिले के परबत्ता प्रखंड के सियादतपुर अगुवानी पंचायत अंतर्गत गंगा किनारे बसे अगुवानी ग्राम स्थित मध्य विद्यालय अगवानी -2 के प्रांगण में साहित्य साधना संचार मंच के द्वारा आयोजित भव्य रूप से अंतरराष्ट्रीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। वहीं कार्यक्रम की शुरुआत ग्रामीणों के द्वारा भारत माता के तैल चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्जवलन के द्वारा की गई। जिसकी अध्यक्षता कवि अशोक मिश्र कर रहे थे। इस कवि सम्मेलन में हिंदुस्तान के कई राज्यों से चलकर आए कवि डाक्टर रंजना श्रीवास्तव (बोकारो), प्रोफेसर नागेश्वर महंतों (रामगढ़, झारखंड), बलराम सिंह, (बलिया उत्तरप्रदेश), विशाल श्रीवास्तव (बोकारो स्टील सिटी) अशोक मिश्र (रामगढ़, झारखंड) समेत बिहार के कई जिलों से आए कविगण प्रतीक कुमार (खगड़िया), कृष्ण कुमार क्रांति (सहरसा), ब्रजकिशोर सिंह (पटना), आनंद भूषण श्रीवास्तव (खगड़िया) विकास सोलंकी (अगुवानी), मुखिया स्मृति कुमारी (अगुवानी) ने अपनी कविताओं के पाठ्य प्रस्तुति से श्रोताओं को बांधे रखा।
वहीं मौजूद कवि सह सियादतपुर अगुआनी पंचायत की मुखिया स्मृति कुमारी ने जब मातृभाषा अंगिका के भाषा में रचित काव्य प्रस्तुति मौजूद दर्शकों के बीच रखीं, तो दर्शकगण ताली की गरगराहट से अपनी मुखिया की उत्साह बढ़ा भरपूर आनंद उठाया। इतना ही नहीं इस कार्यक्रम की अध्यक्ष्ता कर रहे और डुमरिया बुजुर्ग ग्रामवासी अशोक मिश्र ने भी अपनी कई काव्य रचनाएं के साथ ही साथ बीच बीच में हास्य व्यंग प्रस्तुत कर दर्शकों को मंत्रमुग्ध करते नजर आए। इसके साथ ही साथ डाक्टर रंजना श्रीवास्तव, प्रोफेसर नागेश्वर महंतों, विशाल श्रीवास्तव समेत उपस्थित कवियों की बेहतरीन प्रस्तुति से दर्शक ओतप्रोत हो मौजूद कवियों ने खुब वाहवाही बटोरी। वहीं स्कूली छात्रा आस्था कुमारी, परिधि कुमारी, सोनम कुमारी और सुप्रिया कुमारी के द्वारा सामुहिक रूप से शिक्षा जागरुकता को लेकर बेहतरीन लघु नाटक प्रस्तुत कर दर्शकों का दिल जीत लिया।
वहीं उपस्थित अंतरराष्ट्रीय गजल गायक राजीव सिंह की प्रस्तुति तेरे आने की जब खबर महके, तेरी खुशबू से सारा घर महके …. और अपने गुरु फनिभूषण साहब की रचना आदमी के शहर में मैं ढूंढता हूं आदमी की प्रस्तुति से दर्शकों का मन मोह लिया। इसके साथ ही साथ गायक सह तबला वादक सुभाष चंद्र मिश्र, बालमुकुंद महंथ समेत कई अन्य ग्रामीण कलाकार ने जमकर संगीत की मनोरम व आनंददायक गंगा बहाई। मौके पर विपिन सिंह, बुलबुल सिंह, बब्बन सिंह, नंदलाल सिंह, सुबोध राय समेत सैकड़ों लोग उपस्थित थे।