पति पत्नी का रिश्ता बहुत ही पवित्र माना जाता है. कहा जाता है कि इंसान के हर संबंधों पर पत्नी-पति का प्यार भारी पड़ जाता है.यूपी के झांसी में एक गरीब कारपेंटर ने दो साल पहले प्रेम विवाह किया. पति को चाहत थी कि उसकी पत्नी अधिकारी बन जाए…पति दिन-रात बढ़ई का काम करके पत्नी को पढ़ने भेजता है और पत्नी पढ़ लिखकर लेखापाल बन जाती है. हैरानी की बात तो ये है कि वह पति के सारे गुणों को भूलकर पति के कन्नी काटने लगती है. यहीं पति के ससुराल वाले तो शादी की बात से हीं इंकार कर देते हैं. कहानी झांसी की है जहां बकौल पति उसकी पत्नी लेखपाल बन गई तो उसने घर छोड़ दिया और बातचीत करना बंद कर दिया है. उसका कारपेंटर होना उसकी पत्नी को पसंद नहीं है जबकि इसी काम को करते हुए उसने पति को लेखपाल बनने में मदद की. लेकिन प्रेम विवाह के दो साल बाद पत्नी ने उसे छोड़ दिया है. बकौल पति नीरज वह कारपेंटरी का काम करता है.पांच साल पहले उसकी भेंट ऋचा नाम की लड़की से हुई ..नीरज ने बताया कि इस शादी के लिए युवती के परिजन तैयार नहीं थे. फिर भी उसने परिवार से बगावत करके लव मैरिज की थी. वो अपने शादी के फोटो और वीडियो लेकर पहुंचा था. नीरज ने बताया कि वह कारपेंटर का काम करता है जबकि युवती पढ़ाई कर रही थी. उस समय दोनों के बीच प्रेम परवान चढ़ा था.दोस्त बने, प्यार हुआ और शादी भी कर ली. शादी का पंजीकरण भी कराया.
पत्नी को अधिकारी बने देखना चाहता था. पत्नी को पढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया दिन भर बढ़ई का काम जीतोड़ कर करता, कमाता और पत्नी की पढ़ाई में लगा देता . साल 2022 में उत्तर प्रदेश सरकार ने लेखपाल भर्ती निकाली. लेखपाल भर्ती का फार्म खुद नीरज लेकर अपनी पत्नी ऋचा के पास आया. ऋचा ने अपने पति के साथ ऑनलाइन लेखपाल का फॉर्म भरा. साल 2023 में लेखपाल की परीक्षा हुई और ऋचा ने परीक्षा पास कर ली. पत्नी ऋचा अपने पति के साथ लखनऊ तक गई अपने कागजातों के वेरिफिकेशन के लिए. पत्नी के लेखपाल बनने की खुशी में पति नीरज उत्साहित था और अपने परिवार में इसकी खुशी भी मनाई.
यहां तक तो ठीक था इसकेबाद ऋचा कॉलेज जाने के बहाने निकली तो फिर लौट कर नहीं आई. नीरज इंतजार करता है, उसका मन ऋचा की बेवफाई को मानने को तैयार नहीं था. नीरज ने अपनी पत्नी की खोजबीन शुरू कर दी. पत्नी ऋचा की तलाश में नीरज ससुराल सत्यम कॉलोनी पहुंच गया. ऋचा के माता-पिता ने रचा के घर पर न होने की बात कह कर नीरज को टरकी दिया.
इसी बीच नीरज ने पुलिस की सहायता ली. लापता होने का केस दर्ज कराया. पुलिस ने पता लगया तो भेद खुल गया. जब ऋचा कोतवाली पहुंची जो वहां बयान दिया उससे नीरज का सब कुछ लुटता हुआ सा लगा. ऋचा को लगने लगा कि अब वह लेखपाल बन गई है और उसका पति बढ़ई का काम करता है ऐसे में अब साथ रहना संभव नहीं है.
पति नीरज का आरोप है कि लेखपाल बनते ही उसकी पत्नी ने उसे छोड़ दिया. उससे बातचीत बिल्कुल बंद कर दी, फोन भी करना बंद कर दिया. वहीं ऋचा के परिजनों का कहना है कि उसकी बेटी की शादी नहीं हुई है. नीरज उसकी बेटी को परेशान कर रहा है. वहीं नीरज ने बताया कि उसकी शादी ऋचा से ओरछा में हुई थी इसके सारे प्रमाण उसके पास मौजूद है. शादी की सारी रस्में सात फेरों के भी वीडियो नीरज के पास मौजूद है.
ये एक मात्र नीरज की कहानी नहीं है . जीवन की सच्चाई है. पति-पत्नी का रिश्ता समाज में बहुत अनमोल बताया गया है. लेकिन बदलते समय के साथ शायद रिश्ते भी बदलने लगे हैं…..