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बिहार में टूट सकता है महागठबंधन? पशुपति ने क्रिकेट की भाषा में बताया कैसे बिगड़ सकता है खेल

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हाजीपुर: बिहार में महागठबंधन की सरकार पर लगातार विपक्ष हमलावर है. मंगलवार को केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस (Pashupati Paras) ने हाजीपुर में बड़ा बयान दिया. क्रिकेट की भाषा का इस्तेमाल किया और कहा कि बिहार में महागठबंधन नहीं लठबंधन की सरकार चल रही है. सरकार बने हुए पांच महीना ही हुआ है लेकिन कई विकेट समाप्त हो गए हैं. एक भी रन नहीं बना है. पहले कृषि मंत्री के पद से सुधाकर सिंह तो कानून मंत्री के पद से कार्तिक कुमार का इस्तीफा लिया गया. अब शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर का बयान आ रहा है. पशुपति पारस ने कहा कि यह सभी आरजेडी के नेता हैं. यह भी कहा कि जिन नेताओं का बयान सामने आ रहा है यह लोग बिहार में सरकार नहीं चलने देना चाह रहे हैं. दबाव बना रहे हैं कि किसी तरह तेजस्वी प्रसाद को बिहार का मुख्यमंत्री बनाया जाए. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि एक जंगल में दो शेर नहीं रह सकते हैं. पशुपति पारस अपने संसदीय क्षेत्र हाजीपुर में सड़क का शिलान्यास करने पहुंचे थे. मीडिया से बातचीत के दौरान बिहार की सियासत पर बड़ा बयान दिया.



बयानों से दबाव बना रही है पार्टी


बिहार में होली के बाद तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं इस सवाल पर केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस ने कहा कि ऐसे बयान से आरजेडी दबाव बना रही है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कमजोर हो गए हैं और बहुत ही कमजोर मुख्यमंत्री हैं. अधिकारी कुछ सुनने को तैयार नहीं है. बेलगाम हो गए हैं. अधिकारी भी समझते हैं कि बिहार के मुख्यमंत्री कमजोर हो चुके हैं.


कैसे टूट सकता है महागठबंधन?

2024 में लोकसभा का चुनाव होना है. विपक्ष से प्रधानमंत्री का उम्मीदवार कौन होगा इसकी घोषणा नहीं हुई है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कह चुके हैं कि वह सिर्फ विपक्षी एकता को एक जुट कर रहे हैं. उनके मन में कुछ नहीं है. हालांकि आरजेडी और जेडीयू चाहती है कि नीतीश कुमार दिल्ली की गद्दी पर जाएं. इन तमाम चर्चाओं को लेकर केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस ने बड़ा दावा किया. कहा कि बिहार में सात दलों का गठबंधन है. कांग्रेस के नेता राहुल गांधी हैं जो प्रधानमंत्री के उम्मीदवार हैं. दूसरी तरफ जेडीयू के नेता नीतीश कुमार हैं और वह भी प्रधानमंत्री के उम्मीदवार हैं. बिहार में सबसे बड़ी पार्टी आरजेडी है. जिस दिन तेजस्वी यादव फैसला करेंगे कि प्रधानमंत्री के लिए राहुल गांधी का समर्थन करेंगे या नीतीश कुमार को तो उसी दिन बिहार में महागठबंधन की सरकार टूट जाएगी और पार्टी बिखर जाएगी

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