
श्रवण आकाश, खगड़िया की कलम से
अखिल विश्व गायत्री परिवार कि युवा इकाई प्रज्ञा युवा प्रकोष्ठ खगड़िया द्वारा गायत्री शक्तिपीठ, सीढ़ी घाट खगड़िया में आयोजित युवा दिवस के अवसर पर एक समारोह में सैकड़ों युग सृजेता एवं लोगों की मौजूदगी देखीं गई। जहां मौजूद युग सृजेता व गायत्री परिजनों ने स्वामी विवेकानंद के विचारों की ओर युवाओं का ध्यान केंद्रित कराने के साथ ही साथ संगोष्ठी में उपस्थित वक्ताओं ने छात्र-छात्राओं को कैरियर से जुड़ा व्याख्यान दिये और अपने जीवनकाल में आगे बढ़ने के लिए भी प्रेरित किया। वही कार्यक्रम के शुरुआती दौर में स्वामी विवेकानंद के तैलीय चित्र पर माल्यार्पण व पुष्प अर्पित किए। इतना हीं नहीं गायत्री परिजनों द्वारा वृक्षारोपण कार्य किया गया और मौजूद सैकड़ों युवाओं को स्वामी विवेकानंद के विचारो से अवगत कराया गया है।


जहां मुख्य अतिथि के रुप में मौजूद श्याम सर ने अपने संबोधन में कहा कि स्वामी विवेकानंद जो आज भी देश के लाखों युवाओं के प्रेरणा स्रोत हैं और भारतीय इतिहास के सबसे प्रभावशाली नेतृत्व कर्ताओं में से एक थे। जिसको लेकर प्रतिवर्ष केंद्र सरकार एवं विभिन्न राज्य सरकारों से लेकर सामाजिक संगठनों और रामकृष्ण मिशन के अनुयाई स्वामी विवेकानंद जयंती व युवा दिवस बड़े सम्मान के साथ मनाई जाती है।

जबकि वहीं मुख्य वक्ता के रूप में इंटर नेशनल एडवोकेट कौशल कुमार ने कहा कि वर्तमान समय में युवाओं के पास डिग्री हैं, पढ़े लिखे भी हैं, लेकिन रोजगार नहीं हैं। केंद्र सरकार की ओर से रोजगार को खत्म कर दिया हैं। सभी जगह प्राइवेट सेक्टर हैं, देश में महंगाई की बात करें तो इतना जबरदस्त है कि युवा कैसे खुद को किसी सेक्टर में एडजस्ट करें, यह युवाओं के लिए लगातार मुश्किल होता जा रहा हैं। सरकार को युवा शक्ति को समझना होगा, ताकि युवा शक्ति आगे बढ़ सके। इतना हीं नहीं उन्होंने कहा कि बराबर अखबार की सुर्खियों में विभिन्न जगहों पर रोजगार, महंगाई आदि को लेकर युवा जगह-जगह विरोध प्रदर्शन करते रहते हैं। जहां कोई फायदा नहीं होती है, ऐसे में युवा सोचते हैं कि कैसे क्या करें आज युवा परीक्षा देते हैं 100% में 95% परीक्षा देते हैं और 5% का चयन होता हैं। लेकिन अब युवा बदलाव की ठान चुका है और आने वाले समय में युवा देश में बड़ा बदलाव करेगा।


वहीं युवा साधक अभिषेक कुमार ने कहा कि हम स्वामी विवेकानंद के विचारों पर काम करते हैं । आज के समय में विभिन्न क्षेत्रों में युवाओं की भूमिका सर्वाधिक हैं। आज युवा विभिन्न क्षेत्रों में देश के लिए काम कर रहा हैं। वहीं रोजगार की बात करें तो भारत की जनसंख्या इतनी है कि इतने लोगों को रोजगार नहीं मिल सकते हैं। ऐसे में युवाओं को आत्मनिर्भर बनना चाहिए। इसके साथ ही साथ उन्होंने कहा कि यह आयोजन मुख्य रूप से देश के युवाओं के लिए मनाया जाता है और उन्हें विवेकानंद के विचारों और उनके आदर्श को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किए जाते हैं। अंततः उन्होंने कहा कि दिन ब दिन युवाओं में काफी बदलाव की भावना देखीं जा रही हैं। यदि युवा चाहे तो आने वाले समय में युवा हर वो मुकाम हासिल कर सकते हैं जो वो चाहते हैं।

अंततः पुछताछ में मौजूद युवाओं ने कहा कि युवा प्रकोष्ठ के राजीव भाई के नेतृत्व में अबतक में लगभग 40,000 पौधा लगाई जा चुकी हैं। वहीं अपने संबोधन में भी उपस्थित युवाओं को पौधा लगाने के लिए प्रेरित किया। वहीं मौके पर युवा प्रकोष्ठ के अभिषेक, गोपाल, रवि , दीपक सुमन, ललन, राजा, नीरज, मुकुंद ,विपिन समेत सैकड़ों युवा उपस्थित थे।