डॉ० कवि कुमार निर्मल

या देवी सर्वभू‍तेषु माँ कात्यायनी रूपेण संस्थिता।

छठवें दिन कात्यायनी देती रोग-शोक मुक्ति पाते। षष्ठी मां कात्यायनी की पूजा को है समर्पित करते। छठा स्वरूप करुणामयी, भक्तों…

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(दुर्मिल सवैया-8×सगण-112)

(दुर्मिल सवैया-8×सगण-112) (कमनीया-नायिका) कजरा अँखियाँ मुँहना ललिया पलकाँ फहरायि रही मुनियाँ । नकिया नथिया मथवा टिकवा चँदना ललचायि रही रनियाँ…

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