घटु ते भलुके जनमीं तुमहीं
घटु ते भलुके जनमीं तुमहीं ,घटहीं महिं वासि करौ तनि माईं । बनमा भटकीं प्रभुके सथवा ,पथु कै दुखवा मनवा…
घटु ते भलुके जनमीं तुमहीं ,घटहीं महिं वासि करौ तनि माईं । बनमा भटकीं प्रभुके सथवा ,पथु कै दुखवा मनवा…
कहूं कैसे मैंमाता की ममता कोकुछ शब्दों में बढ़ाती है जोसदा हौसला मेरामुसीबतों में कोसों दूर सेजान लेती है वो…
जब माँ की कोख में उसका अंश पलता है ,माँ का तन ,मन ,रोम- रोम पिघलता हैकष्ट पीड़ा चुभन से…
क्षण में तुम राधा बन, मधुवन में रास रचाती।क्षण में कैकयी बन, दशरथ पुत्र को ठुकराती।क्षण में सीता बन, रो-रो…
मां के बिना नश्वर सा है ये काया,मां की ममता जन्नत की छाया।धन्य है मानव जो मिला है साया,मां ने…