नवगछिया में गोलीबारी: केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय के परिवार में खूनी संघर्ष, भांजे की मौत, बहन गंभीर
बिहार के भागलपुर जिले के नवगछिया क्षेत्र में मंगलवार रात दिल दहला देने वाली घटना घटी। मामूली विवाद ने इतना भयावह रूप ले लिया कि केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय के भांजे आपस में ही भिड़ गए और गोलीबारी शुरू हो गई। इस सनसनीखेज घटना में विकल यादव की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दूसरे भांजे जयजीत यादव की हालत गंभीर बनी हुई है। गोलीबारी में मंत्री की बहन भी घायल हो गई हैं।
कैसे भड़की खूनी लड़ाई?
सूत्रों के अनुसार, नवगछिया के जगतपुर गांव में रात के समय किसी निजी मसले को लेकर जयजीत और विकल के बीच कहासुनी हो गई। देखते ही देखते बहस इतनी बढ़ गई कि दोनों ने एक-दूसरे पर हथियार तान दिए। गुस्से में तमतमाए दोनों भाइयों ने गोलियां चला दीं। विकल की गोली लगते ही मौके पर मौत हो गई, जबकि जयजीत गंभीर रूप से घायल हो गया।
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
इस खूनी संघर्ष में नित्यानंद राय की बहन भी गोली का शिकार हो गईं। बताया जा रहा है कि बीच-बचाव करने के दौरान उन्हें भी गोली लगी। गोली लगने के बाद उन्हें आनन-फानन में डॉ. एनके यादव के निजी क्लिनिक में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत नाजुक बताई जा रही है।
गांव में फैली सनसनी, पुलिस जांच में जुटी
घटना के बाद पूरे जगतपुर गांव में सनसनी फैल गई। बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर जुट गए, और पुलिस को इसकी सूचना दी गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी घटनास्थल पर पहुंचे और घटना की तहकीकात शुरू कर दी है।
नवगछिया: अपराध का गढ़ बनता जा रहा ?
नवगछिया क्षेत्र में पिछले कुछ समय से अपराध की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। खासकर गैंगवार, पारिवारिक विवाद और आपसी रंजिश में गोलीबारी की घटनाएं आम हो गई हैं। नित्यानंद राय जैसे बड़े नेता के परिवार में इस तरह की घटना ने कानून-व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।
परिवार में मातम, राजनीतिक हलकों में हलचल
इस घटना के बाद नित्यानंद राय और उनके परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। एक तरफ उन्होंने अपने भांजे को खो दिया, तो दूसरी तरफ उनकी बहन की हालत नाजुक बनी हुई है। राजनीतिक हलकों में भी इस घटना को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं।
अब देखना यह होगा कि पुलिस की जांच में क्या सामने आता है और इस खूनी खेल की असली वजह क्या थी?