कहा-डीएम सहित कुछ प्रशासनिक पदाधिकारी महज फोटो छपवाने में हैं माहिर,जनता की समस्याओं से नहीं है कोई सरोकार
श्रवण आकाश,खगड़िया की कलम से
विभागीय पदाधिकारियों के साथ-साथ प्रशासनिक पदाधिकारियों को कठघरे में खड़ा करते हुए बिहार प्रदेश शिक्षक संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष सह खगड़िया जिलाध्यक्ष मनीष कुमार सिंह ने प्रखंड शिक्षक पद से इस्तीफा दे दिया हैं । उन्होंने डीएम आलोक रंजन घोष सहित विभागीय और प्रशासनिक पदाधिकारियों के विरुद्ध कई गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि सभी पदाधिकारी महज मीडिया में छाने के लिए तमाम तरह का तिकड़म लगाते रहते हैं। वास्तविक तौर पर जनता की परेशानियों से ऐसे पदाधिकारियों का कोई सरोकार नहीं है। इसके साथ ही साथ उन्होंने कहा कि उन्होंने शिक्षकों के साथ-साथ आम आवाम की समस्याओं को लेकर हमेशा आवाज बुलंद किया हैं। इसीलिए तीन-चार बार उन्हें निलंबन का दंश झेलना पड़ा। यहां तक कि सीएम के कारपेट पर हमला हुआ, वह कहीं से दोषी नहीं थे । इसके बावजूद उन्हें जेल इसलिए जाना पड़ा, क्योंकि उन्होंने पदाधिकारियों की हुजूरी करना मुनासिब नहीं समझा। उन्होंने कहा कि निलंबन के बाद उनका मुख्यालय सदर प्रखंड अंतर्गत मध्य विद्यालय, रानी सकरपुरा कर दिया गया था। जबकि चहेते कर्मचारियों को निलंबन के दौरान जिला मुख्यालय के नजदीक रखा जाता है। प्रखंड शिक्षक पद को बाय-बाय कहने वाले निलंबित शिक्षक मनीष कुमार सिंह ने कहा कि निजी जीवन से अधिक वह सामाजिक जीवन को प्राथमिकता देते रहे हैं।इसलिए समाज हित में उन्होंने प्रखंड शिक्षक पद से तौबा करना उचित समझा। अब वो प्रखंड शिक्षक पद से इस्तीफा देकर वह समाज हित में काम करेंगे।
उन्होंने कहा कि खगड़िया नगर परिषद क्षेत्र की स्थिति गंभीर है। नगर परिषद सभापति पद के लिए नामांकन कर चुकी अर्चना देवी के पक्ष में तमाम लोगों को गोलबंद करेंगे। अगर अर्चना देवी को जनता का आशीर्वाद मिला, तो खगड़िया नगर परिषद क्षेत्र की तमाम समस्याओं का निराकरण होना तय है। श्री सिंह ने कुछ मीडिया कर्मियों को भी लपेटे में लिया और स्पष्ट कहा कि, कुछ मीडिया कर्मी डीएम सहित कुछ अन्य पदाधिकारियों के पीछे-पीछे चलते हैं। ऐसे पदाधिकारी जहां बुलाते हैं, कुछ मीडिया कर्मी दौड़े-दौड़े पहुंचते हैं और फोटो प्रसारित और प्रकाशित कर अपने कार्य का इतिश्री समझ लेते हैं। जबकि मीडिया कर्मी जनता की आंख कहलाते हैं। प्रखंड शिक्षक पद से इस्तीफा देने वाले मनीष कुमार सिंह ने नगर सभापति प्रत्याशी अर्चना देवी की खूबियां गिनाई और कहा कि,वह भी शिक्षक पद से इस्तीफा देकर राजनीति के मैदान में आयी हैं। जनता को काबिल प्रत्याशियों का चयन कर मतदान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि,उन्हें खुशी इस बात की है कि महज 15सौ की नौकरी करने वाले नियोजित शिक्षक आंदोलन के दम पर इतना पगार पाने लगे हैं कि घर-परिवार चलाने की चिंता नहीं सताती होगी।
अंततः उन्होंने प्रशासनिक पदाधिकारियों के विरुद्ध कई गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें जान बुझकर परेशान किया जाता रहा है। इसलिए शिक्षक पद से इस्तीफा देने के बाद वह अपने दायित्व का निर्वहन जिम्मेदारी पूर्वक निभा पाएंगे। पूर्व से निलंबित चल रहे प्रखंड शिक्षक मनीष कुमार सिंह ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि बीते 20 सितंबर को खगड़िया के ज़िला शिक्षा पदाधिकारी को त्याग पत्र की स्वीकृति के लिए लिख चुका हूं।