बिहार स्टेट हेड श्रवण आकाश की रिपोर्ट
सावन माह की दुसरी सोमवारी को बाबा भोलेनाथ का जलाभिषेक हेतु रविवार दोपहर बाद से हीं बोलबम – बोलबम की गुंज सुनाई शुरू हो गई और रातों भर सैकड़ों कांवरिया सीटी, लाठी, टार्च और बोलबम की जयकारे से पुरे क्षेत्र गुंजायमान करते नजर आये, वहीं खगड़िया जिला में उत्तरवाहिनी गंगा नदी अगुवानी घाट में सावन माह की पहली सोमवारी के बाद दुसरी सोमवारी को लेकर रविवार संध्या समय से पुरी रात बोलबम बोलबम, हर हर महादेव के नारों से गुंज उठा अगवानी घाट, वहीं परबत्ता प्रखण्ड के अगुवानी गंगा घाट से हजारों की संख्याओं में डाक कांवरियों ने जल भर बाबा फुलेश्वर नाथ, मरवा, सिंघेश्वर स्थान आदि जगहों के लिए भोलेनाथ की जलाभिषेक हेतु, उत्तरवाहिनी गंगा अगुवानी घाट हजारों श्रद्धालु पहुंचे, लेकिन विश्व महामारी कोरोना के चलते कांवरियों की संख्या में थोड़ा कम दिखी, उत्तरवाहिनी गंगा अगवानी घाट से 75 किलोमीटर पैदल चलकर बाबा फुलेश्वर नाथ महादेव मंदिर में हजारों श्रद्धालु जलाभिषेक किए।

वहीं एसडीओ सुबास चंद्र के द्वारा निरिक्षण के तत्पश्चात नौका चालकों के द्वारा ओवरलोडिंग नजर आने के बाद नौका चालकों को ओवरलोडिंग बंद करने की निर्देश की भी धज्जियां उड़ाता नजर आया । इतना ही नहीं सैकड़ों की संख्याओं में कांवरियों होने के बावजूद भी नदी के अंदर प्रशासन के द्वारा बैरिकेटिंग की ब्यवस्था अब तक नहीं होने के कारण कांवरियों को थोड़ा पड़ेशानियों का सामना करना पड़ा, यहाँ तक की कोई भी प्रशासन या एस.टी.आर.एफ उपस्थित नहीं दिखी, वहीं यात्रियों के ठहरने हेतु धर्मशाला और शौचालय पुर्णतः बंद दिखी, जबकि प्रशासन के निर्देश के बावजूद भी कोरोना महामारी को लेकर सभी धार्मिक स्थान के पठ बंद है तब पर भी डाक कांवड़ियों ने जल उठाकर जलाभिषेक किए । वही सोमवार के दिन बाबा फुलेश्वर नाथ मंदिर में हजारों श्रद्धालु महिला जलाभिषेक के साथ ही दुकानें सजी नजर आई ।