बिहपुर प्रतिनिधि त्रिमुहान कोसीघाट के पास तटबंध पर चल रहे कटावरोधी कार्य के मरम्मती कार्य का अवलोकन करते हुए मौके पर मौजूद बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल, नवगछिया के कार्यपालक अभियंता अनिल कुमार से जरूरी जानकारी लेने के बाद उन्हें आवश्यक निर्देश भी दिए।

डीएम को यहां हरियो त्रिमुहान कोसीघाट पर चल रहे एनएच106 वीरपुर-बिहपुर के 30 किमी मिसिंग लिंक कार्य के बारे में भी जानकारी दी गई।यहां के बाद जयरामपुर के गुआरीडीह टीले के पास पहुंच कर डीएम ने कोसी तटबंध निरीक्षण करने के दौरान अधिकारियों से कहा कि तटबंध सुरक्षा व बचाव कार्य में सामग्री की कमी नहीं होनी चाहिए।

रूक रूककर हो रही बारिश के बीच डीएम बिहपुर प्रखंड के कई गांव,खेत व दियारे के साथ खरीक प्रखंड से लेकर नवगछिया अनुमंडल के दर्जनों गांव गांव,खेत व दियारे के साथ साथ एनएच31 को बाढ़ की त्रासदी से बचाने वाले कोसी बगजान तटबंध पर भी पहुंचे।यहां भी निरीक्षण के दौरान अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश देते हुए तटबंधों की सुरक्षा व बचाव को लेकर अधिकारियों को हमेशा अलर्ट मोड पर रहने को कहा।डीएम को जयरामपुर में तटबंध पर अधिकारियों ने गुआरीडीह पुरातात्विक टीले को कटाव से बचाने को लेकर हुए कटावरोधी कार्य की जानकारी दी गई।वहीं बताया गया कि सीएम नीतीश कुमार के निर्देश पर गुआरीडीह से बैनाडीह शिफ्ट हुए कोसी की धारा के बारे में अद्यतन स्थिति से डीएम श्री सेन को अवगत कराया गया।बताया गया कि कोसी के जलस्तर में वृद्धि शुरू के बाद जलस्तर घटने लगा है।जलस्तर में वृद्धि होने पर अगले पांच से सात दिन में गुवारीडीह से कोसी नई परिवर्तित हुई धारा में बहने लगेगी।डीएम के इस निरीक्षण कार्यक्रम के दौरान तटबंध पर नवगछिया एसडीओ अखिलेश कुमार,डीसीएलआर परमानंद साह,बिहपुर सीओ बलिराम प्रसाद समेत बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल,नवगछिया के कनीय अभियंताओं समेत अन्य अधिकारियों की मौजूदगी थी।

गोविंदपुर व कहारपुर,नवटोलिया के कटाव विस्थापितों के जल्द पुर्नवास के दिए निर्देश बीते वर्ष कोसी के प्रलंयकारी बाढ़ व कटाव की जद में आकर प्रखंड के हरियो पंचायत के महादलित बहुल गोविंदपुर गांव का जहां अस्तित्व ही समाप्त हो गया।वहीं कहारपुर,नवटोलिया टोला में भी कोसी के कटाव जद में आकर टोले के 80 प्रतिशत आबादी विस्थापित हो गई।गाेविंदपुर के कटाव विस्थापित महादलित जहां हरियो-त्रिमुहान एनएच106 सड़क के किनारे रह रहे हैं।
वहीं कहारपुर,नवटोलिया टोला से विस्थापित हुए परिवार बिहपुर के पूर्वी रेलवे केबिन के पास रेलक्षेत्र में शरण लिए हुए हैं।दोनो गांव के करीब तीन सौ विस्थापित परिवारों के जल्द से जल्द पुर्नवास की प्रक्रिया सुनिश्चित कराने के निर्देश भी नवगछिया एसडीओ व बिहपुर सीओ को दिया।