श्रवण आकाश, खगड़िया की कलम से
परबत्ता प्रखंड क्षेत्र के सियादतपुर अगुवानी पंचायत अंतर्गत डुमरिया बुजुर्ग गांव के निवासी सह 82 वर्षीय सेवानिवृत्त शिक्षक सह समाजिक कार्यकर्ता भोला प्रसाद चौधरी का हुआ आकस्मिक निधन। क्षेत्रों में मातमी बना दृश्य। प्राप्त जानकारी अनुसार ये शिक्षक के रूप में व अपने कार्यकाल के दौरान बिहार के लखीसराय जिले के सूर्यगढ़ा से प्रारंभ कर, वहीं अपनी सेवा समाप्त किया था।
सेवाकाल में अन्य शिक्षकों की भांति सेवा प्रदान करने और समाज के बच्चे बच्चियों की अपनी परिवार की बच्चियां के समान दर्जा देने के कारण सुर्यगढ़ा में भी यह काफी लोकप्रिय थे। इतना नहीं ये वर्ष 2002 में सेवानिवृत्त होकर अपने पैतृक गांव डुमरिया बुजुर्ग में रहने लगे थे, जहां इन्हौने अपना पूरा जीवन अपने परिवार के भरण-पोषण, भाई, बच्चे – बच्चियों को पढ़ाने लिखाने एवं शादी ब्याह करने में व्यतीत कर दिया । इसके साथ ही साथ बताते चलें कि ये परिवार में सिर्फ अकेला हीं सरकारी शिक्षक थे। बाकीं सभी सदस्य खेती कर अपनी जीविका चलाते थे। वर्तमान समय में इनके दो पुत्र सिम्पल कुमार (टाटानगर) और डिम्पल कुमार (कोलकाता) में सीआरपीएफ में कार्यरत हैं। वहीं स्थानीय लोगों के बीच भी इन्हें सभी लोग सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में जानते हैं।
वहीं समाजसेवी शिक्षक भोला प्रसाद चौधरी के आकस्मिक चले जाने से पूरा परिवार समेत क्षेत्रों के लोग काफी दुखित और आवक है। वहीं पुछताछ में शिक्षक निरंजन चौधरी, पंकज चौधरी, उत्पल चौधरी, रजनीश कुमार ने कहा कि वे समाज में भी काफी मिलनसार और स्वाभिमानी एवं कर्मठ इंसान माने जाते थे। उनके कृत्य और कार्यों की चर्चा सारे लोग कर रहे हैं। समाज के प्रबुद्ध समाजसेवियों में रामचरित्र कुमर, मुखिया स्मृति कुमारी, उपमुखिया प्रतिनिधि सुशील कुमार, जदयू प्रखंड अध्यक्ष राहुल राज, अखिलेश प्रसाद सिंह इत्यादि ने सोशल मीडिया के माध्यम से उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया हैं और इसको एक अपूरणीय क्षति बताया है। वहीं इनके निधन पर परबत्ता जदयू विधायक डॉ संजीव कुमार समेत स्टार क्लब के समस्त कार्यकर्ताओं और सैकड़ों ग्रामीणों ने भी गहरी शोक व्यक्त किया हैं। अंततः इनके स्वजनों के बीच कोहराम मची हुई है।