भारत यूक्रेन के कृषि उत्पादों के सबसे बड़े उपभोक्ताओं में से एक है। अगर यह युद्ध जारी रहा तो हमारे लिए नई फसल बोना मुश्किल होगा।
वैश्विक और भारतीय खाद्य सुरक्षा के मामले में भी इस युद्ध को रोकना सबके हित में है,भारत में रूसी दूतावास पर भारतीय लोग दबाव बनाकर रूस से युद्ध रोकने की मांग कर सकते हैं। यूक्रेन केवल इसलिए लड़ रहा है क्योंकि हम पर हमला किया गया था और हमें अपनी जमीन की रक्षा करनी है।
पुतिन हमारे अस्तित्व के अधिकार को नहीं पहचानते हैं।भारत के साथ विशेष संबंधों को साझा करने वाले सभी देश प्रधानमंत्री मोदी से अपील कर सकते हैं कि वह राष्ट्रपति पुतिन से संपर्क करना जारी रखें और उनको समझाएं कि यह युद्ध किसी के हित में नहीं है। रूस के लोगों को भी इसमें कोई दिलचस्पी नहीं है।
पुतिन यूक्रेन को अकेला छोड़ दें। आप यह युद्ध नहीं जीतेंगे। यह रूसियों के जीवन को बचाने और इस लड़ाई को खत्म करने का समय है… 113 कंपनियों ने रूस के साथ या रूस में काम करना बंद कर दिया है। मैं उन कंपनियों के फैसलों की सराहना करता हूं।