बिहार सरकार बेवजह अपने पुलिसकर्मी को परेशान करती है
बिहार में रोज़गार के अवसर देने में विफल रही है राज्य सरकार। पिछले पंद्रह वर्षों में ऐसी कोई नीति नहीं बनाई गई जिससे रोज़गार उत्पन्न हो सके। सरकारी क्षेत्र में न तो नियुक्ति हो रही है और न ही नियोजन। शिक्षक अभ्यर्थियों को कभी टी॰ई॰टी॰ के नाम पर तो कभी कोर्ट में केस होने की बात कह कर गुमराह किया जाता है। उक्त आरोप लगाया है बिहार कांग्रेस कमिटी अल्पसंख्यक विभाग के प्रदेश अध्यक्ष मिन्नत रहमानी का ।
बिहपुर में प्रेस को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मी को सरकार पहले च्वाईस के आधार स्थानांतरण की बात कही थी लेकिन अब मनमानी किया जा रहा है। वहीं उन्होंने कहा कि बिहार सरकार को उस आदेश की ओर ध्यान दिलाना चाहता हूं जिसके तहत अब चौकीदारों का तबादला उनके गृह जिले से दूसरे जिले में भी करने का निर्णय लिया गया है. सरकार का यह ताजा निर्णय अव्यावहारिक तो है ही साथ ही साथ कई जरूरी सुविधाओं से वंचित चौकीदारों के लिए उनकी सुरक्षा सहित अन्य कई परेशानियां उत्पन्न करने वाला भी है. इसलिए मेरा अनुरोध होगा कि इस आदेश को वापस लेते हुए पुरानी व्यवस्था ही बहाल रखी जाय. रहमानी ने कहा कि बिहार से बड़ी संख्या में छात्र युक्रेन में भी फँसे हुए हैं उनकी भी सकुशल वापसी के लिए सरकार को अपने स्तर से केंद्र सरकार से बात करने की ज़रूरत है।
प्रदेश अध्यक्ष मिन्नत रहमानी के भागलपुर ज़िला आगमन पर भागलपुर ज़िला संयोजक मोहम्मद अरशद अली जी एवं युवा कांग्रेस विधानसभा अध्यक्ष मोहम्मद सबरार आलम जी को नेतृत्व में विभिन्न चौक चौराहे पर भव्य स्वागत किया गया। मौके पर उपस्थित मोहम्मद फिरोज आलम अतहर अली मोहम्मद niyamul