प्रधान सेनाध्यक्ष जनरल विपिन रावत की स्मृति में ओजस मागधी मंच के तत्वावधान में एक आनलाइन श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई। जिसमें देश विदेश के साहित्यकारों की सहभागिता रही। डाल्टेनगंज झारखंड के शिक्षक/कवि रामप्रवेश पंडित ने ‘दया का दान कर देना,दुखी हूँ द्वार आया हूँ’ सरस्वती वन्दना से कार्यक्रम की शुरूआत की। मंच के मुख्य संरक्षक डॉ सुरेंद्र प्रसाद मिश्र, औरंगाबाद ने अतिथियों का स्वागत किया एवं जनरल रावत को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि भारतवर्ष की सशस्त्र सेनाओं के प्रमुख जनरल रावत का अलग इतिहास रहा है। उन्होंने देश रक्षार्थ स्वयं को सदैव समर्पित रखा। सैन्य क्षेत्र में उनका उत्साह और मनोबल हमेशा ही स्मरणीय और वंदनीय रहेगा।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए मंच के अध्यक्ष डॉ हेरम्ब कुमार मिश्र ने ‘श्रद्धा सुमन समर्पित कर तूँ हृदय भाव संजोता चल,आज शोकाकुल वेला में यादों का दीप जलाता चल’ कविता से शहीदों को श्रद्धांजलि दी।
हिन्दी के वरिष्ठ कवि सुधीर कुमार श्रीवास्तव, गोंडा उत्तरप्रदेश ने अपनी कविता ‘नमन करता देश तुमको,गर्व तुम पर देश को है’ द्वारा सबको भावुक कर दिया। गया,बिहार की कवयित्री रानी मिश्रा ने अपनी ओजस्वी कविता ‘रोम रोम है कर्ज़ से डूबा,आंखों से बहता पानी’ द्वारा श्रद्धांजलि अर्पित की, तो अबूहलीफ़ा, कुवैत की सुप्रसिद्ध कवयित्री संगीता चौबे ‘पंखुड़ी’ ने ‘जां लुटा दी उन्होंने वतन पर,उन शहीदों को शत शत नमन है’ के सस्वर पाठ से अपनी भावनाओं को अर्पित किया। पटना बिहार से अनिल मिश्र ‘प्रहरी’ ने अपनी कविता ‘वतन की वंदना करो’ से शहीदों को नमन किया तो डाल्टेगंज झारखंड के सुख्यात कवि रामप्रवेश पंडित ने ‘धरा रो रही है गगन रो रहा है, विपिन के बिना ये वतन रो रहा है’ हृदयस्पर्शी कविता प्रस्तुत की।वहीं रामगढ़ झारखंड की श्रेष्ठ कवयित्री ममता मनीष सिन्हा ने अपनी कविता ‘हाँ!सत्य है कि मुझमें अहंकार है’ की मार्मिक एवं ओजस्वी प्रस्तुति से जनरल रावत एवं अन्य शहीदों की अविस्मरणीय कर्तव्यपरायणता को प्रतिष्ठापित किया। इस अवसर पर राँची झारखंड की कवयित्री पूनम रानी तिवारी ‘वनांचलि’ ने भी सस्वर काव्य पाठ किया।
कार्यक्रम की सफलता के लिए मंच के सचिव उदय भास्कर ने अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम की सम्पन्नता में कौशल मिश्र मुम्बई, डॉ सुदामा मिश्र अम्बिकापुर, गणेशदत्त मिश्र गया, संजय कुमार मिश्र बिक्रम, मनोज कुमार मिश्र औरंगाबाद, रविन्द्र पाठक हादे, प्रमोद मिश्र अम्बिकापुर, जितेंद्र पाण्डेय जयपुर राजस्थान, आशुतोष पाण्डेय चौंरी औरंगाबाद, सोमप्रकाश मिश्र बेलखारा अरवल आदि समस्त ओजस सदस्यों का सराहनीय सहयोग रहा।
