भारती शिक्षा समिति एवम शिशु शिक्षा प्रबंध समिति के द्वारा जिलास्तरीय आचार्य प्रतिभा विकाश शिविर का हुआ आयोजन ।
अमरजीत सिंह /भागलपुर
भारती शिक्षा समिति एवं शिशु शिक्षा प्रबंध समिति, बिहार द्वारा आनंदराम ढांढानियां सरस्वती विद्या मंदिर में जिला स्तरीय आचार्य प्रतिभा विकास शिविर का आयोजन रविवार को किया गया जिसमें भागलपुर जिले में संचालित होने वाले विभिन्न विद्या मंदिरों के आचार्यों की प्रतिभागिता हुई।शिशु वर्ग से लेकर तरुण वर्ग तक के शिक्षकों के बीच सुलेख एवं आशु वाचन प्रतियोगिता में विजेता प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र देकर पुरस्कृत किया गया। इसके पूर्व कार्यक्रम का उद्घाटन भारती शिक्षा समिति के प्रदेश सह सचिव प्रदीप कुशवाहा, भागलपुर के सह विभाग प्रमुख विनोद कुमार, विद्यालय सचिव डॉ शैलेश्वर प्रसाद, प्रधानाचार्य अनंत कुमार सिन्हा ,जी आर एस के प्राचार्य रामजी प्रसाद सिन्हा, उपाध्यक्ष डॉ मधुसूदन झा ,बीएड कॉलेज नरगा कोठी के प्राचार्य डॉ अजित कुमार पांडेय ने संयुक्त रूप से दीप जलाकर किया। इस अवसर पर सह सचिव ने कहा कि सुंदर लिखावट अच्छी शिक्षा की पहचान होती है, सुलेख अच्छा हो इसके लिए निरंतर अभ्यास की जरूरत होती है। वक्तृत्व क्षमता एवं व्यक्तित्व विकास के लिए आशु वाचन प्रतियोगिता का बहुत बड़ा महत्व है ।
इसे 32 बिंदुओं पर पांच सामुहों में आयोजित किया गया था। डॉ शैलेश्वर प्रसाद ने कहा कि शिक्षक में विषय ज्ञान के साथ अच्छे लिखावट का भी गुण होना चाहिए। बच्चों में लिखने की प्रवृति से लिखावट तो अच्छी होती है साथ ही साथ शब्द ज्ञान ,वर्तनी एवं अन्य विषय को भी समझने में आसानी होती है और यह प्रारम्भ से ही आवश्यक है। इस तरह के कार्यक्रम से शिक्षकों को बच्चों की लिखावट सुधारने वक्तृव क्षमता विकास में मदद मिलेगी।कार्यक्रम संयोजक रामजी प्रसाद सिन्हा, मधुसूदन झा ,विनोद कुशवाहा, डॉ पांडेय एवं अन्य वक्ताओं ने भी अपने विचार रखे। प्रधानाचार्य अनंत कुमार सिन्हा ने धन्यवाद ज्ञापन किया। आशु वाचन में विज्ञान एवं कला, शिक्षा में नवाचार, राष्ट्रीय शिक्षा नीति, सामाजिक सहयोग, खेल का मैदान, तकनीकी शिक्षा इत्यादि थे। कार्यक्रम में भारती शिक्षा समिति के प्रांतीय प्रचार प्रमुख डॉ अंजनी सुमन, समिति सदस्य रविशंकर पांडेय ,संजीव कुमार झा सहित विभिन्न विद्या मंदिरों के प्राचार्य एवं मीडिया प्रमुख पंकज उपाध्याय भी उपस्थित रहे।विभिन्न स्तर के प्रतियोगिता में प्रथम विजेता आनंदराम से राजेश कुमार, आशीष सुमन, शैलेन्द्र कुमार तिवारी, जागृति ठाकुर, अंजूश्री,पोठीया से प्रियंवदा कुमारी, नरगा विद्या मंदिर से कविता कुमारी, अजय कुमार, कहलगांव से अंशुमान सिंह रहे। मंच संचालन श्रीमती अर्पिता के द्वारा किया गया। निर्णायक मंडली में डॉ मधुसूदन झा गौरीशंकर मिश्र, सरिता कुमारी,राजकुमार ठाकुर, डॉ अजीत कुमार पांडेय थे।