इलेक्ट्रॉनिक्स प्रमुख सैमसंग ने भारत के लिए चीन को तगड़ा झटका दिया है। कंपनी ने नोएडा, उत्तर प्रदेश में अपनी उस डिस्प्ले मैन्युफैक्चरिंग यूनिट का निर्माण पूरा कर लिया है, जिसे इसने चीन से उत्तर प्रदेश में ट्रांसफर किया है। कंपनी के दक्षिण पश्चिम एशिया के अध्यक्ष और सीईओ केन कांग के नेतृत्व में इलेक्ट्रॉनिक्स दिग्गज कंपनी सैमसंग के एक प्रतिनिधिमंडल ने रविवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात भी की।
क्यों आई चीन से भारतएक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि सीएम योगी से मिले सैमसंग प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि बेहतर इंडस्ट्रियल माहौल और निवेशकों के अनुकूल नीतियों के कारण सैमसंग ने यहां डिस्प्ले मैन्युफैक्चरिंग यूनिट स्थापित करने का फैसला किया, जो कि पहले चीन में स्थित थी। इस डिस्प्ले मैन्युफैक्चरिंग यूनिट का काम पूरा हो गया है।
मुख्यमंत्री ने की तारीफप्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि सैमसंग की नोएडा फैक्ट्री ‘मेक इन इंडिया’ कार्यक्रम की सफलता का एक उदाहरण है। सीएम योगी ने आगे कहा कि इससे राज्य के युवाओं को राज्य में रोजगार पाने में मदद मिलेगी। आदित्यनाथ ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया कि राज्य सरकार भविष्य में भी सैमसंग कंपनी को मदद देना जारी रखेगी।
होगा हजारों करोड़ रु का निवेशसैमसंग की मैन्युफैक्चरिंग यूनिट से यूपी में 4,825 करोड़ रुपये का निवेश होने की संभावना है। इसके अलावा भारत ओएलईडी तकनीक से बनने वाली मोबाइल डिस्प्ले बनाने वाला दुनिया का तीसरा देश बन जाएगा। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि तगड़े निवेश और इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट के मद्देनजर योगी सरकार सैमसंग के इस प्लांट को खास तवज्जो देगी। जानकारों का मानना है कि इससे राज्य की अर्थव्यवस्था बेहतर होगी। इधर उत्तर प्रदेश को कोविड-19 महामारी के प्रकोप के बाद से 66,000 करोड़ रुपये के निवेश के 96 प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। 16,000 करोड़ रुपये के प्रस्ताव वाले 18 निवेशकों को जमीन आवंटित की गई है।