कोरोना मरीज के इलाज में लापरवाही और उसकी पत्नी से छेड़छाड़ के मामले में आखिरकार पटना पुलिस को कार्रवाई करनी पड़ी. भागलपुर की पीड़ित महिला रूची रौशन की शिकायत पर पटना के पाटलीपुत्रा थाने में राजेश्वर हॉस्पीटल के डॉक्टर और प्रबंधक के खिलाफ मामला दर्ज किया गया. आईसीयू इंचार्ज डॉक्टर अखिलेश और अस्पताल प्रबंधन पर केस दर्ज हुआ है. जिसकी अब पटना पुलिस पड़ताल करेगी।।
बताया जा रहा है कि पीड़ित महिला की रूची रौशन ने एक वीडियो जारी पटना पुलिस की कार्यशाली पर सवाल खड़े किए थे. महिला ने भागलपुर पुलिस को धन्यवाद देते हुए कहा था कि बिना मामला दर्ज कराए वहां की पुलिस ने स्वत: केस दर्ज कर आरोपी ज्योती कुमार को गिरफ्तार कर लिया, साथ ही अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई करने में जुट गयी. लेकिन पटना की पुलिस अभी तक राजेश्वरी अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई तक नहीं की है.
इस वीडियो के वायरल होते ही पटना पुलिस हरकत में आयी. महिला की शिकायत पर पटना बहादुरपुर स्थित राजेश्वरी अस्पताल के खिलाफ केस दर्ज किया गया. जिसमें आईसीयू इंचार्ज डॉक्टर अखिलेश और अस्पताल प्रबंधन को मुख्य अभियुक्त बनाया गया है. डॉक्टर अखिलेश पर अश्लील हरकत करने और अस्पताल प्रबंधन पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया गया है.
बता दें कि भागलपुर के ग्लोकल अस्पताल में महिला से छेड़छाड़ मामले में अस्पताल से घटना बाद फरार हो चुके वार्ड ब्वॉय ज्योति मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया गया. एसएसपी निताशा गुड़िया ने जानकारी दी. एसएसपी ने बताया कि महिला ने वार्ड ब्वॉय ज्योति कुमार पर जो आरोप लगाए, उसको लेकर जिलाधिकारी से मंत्रणा बाद अधिकारियों की तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित की गई थी. सहायक सदर अनुमंडल पदाधिकारी अनु कुमारी, सिटी एएसपी पूरन झा और महिला थानाध्यक्ष रीता कुमारी को जांच के लिए भेजा गया था.
जांच में पीड़िता के बयान की वायरल वीडियो को भी केंद्र विंदु में रखा गया था. मौके पर भेजे गए पदाधिकारियों की जांच, कर्मियों के बयान और सीसी कैमरे की फुटेज भी खंगाला गया है. महिला थाने में महिला से छेड़छाड़ को लेकर केस दर्ज करते हुए अस्पताल से फरार हो गए आरोपित ज्योति कुमार को पुलिस टीम ने गिरफ्तार कर लिया है. उसने पूछताछ में अपना अपराध कबूल कर लिया है