नवगछिया। सरकार भले ही लोगों की सुविधा के लिए योजनाओं और डिजिटल सेवाओं का दावा कर रही हो, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। गोपालपुर प्रखंड मुख्यालय स्थित आधार केंद्र पर सोमवार को ऐसी ही दुर्व्यवस्था का नजारा देखने को मिला।
तीनटंगा करारी की निवासी पूनम देवी अपने तीन छोटे बच्चों के साथ पिछले एक महीने से आधार बनवाने के लिए प्रखंड मुख्यालय का चक्कर काट रही हैं। इस बार वह चार साल के बेटे समीर कुमार का आधार बनवाने आई थीं। कड़ाके की ठंड और आधार केंद्र की लचर व्यवस्था ने उन्हें विवश कर दिया। उन्होंने परिसर के बाहर ही बोरा और चादर बिछाकर अपने बेटे को सुला दिया।
लिंक फेल और बहानेबाजी से तंग
पूनम देवी का कहना है कि पिछले तीन हफ्तों से वह रोजाना आधार केंद्र आती हैं, लेकिन कभी लिंक फेल तो कभी अन्य तकनीकी दिक्कत का हवाला देकर उन्हें दिनभर परिसर में बैठा दिया जाता है। हालात इतने बदतर हैं कि वह अपने छोटे बच्चे को गोद में लेकर घंटों इंतजार करती हैं।
प्रशासन ने दिया आश्वासन
इस मामले में प्रखंड विकास पदाधिकारी ने कहा कि मामले की जांच कराई जाएगी और आधार बनाने में हो रही समस्याओं को जल्द से जल्द दूर किया जाएगा।
जमीनी सच्चाई पर सवाल
जहां एक ओर सरकार डिजिटल इंडिया का नारा दे रही है, वहीं दूसरी ओर आधार जैसी बुनियादी सुविधा के लिए लोगों को इतना संघर्ष करना पड़ रहा है। गोपालपुर में आधार केंद्र की इस दुर्व्यवस्था ने प्रशासनिक कार्यशैली पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है।