Vinesh Phogat : विनेश फोगाट ने कुश्ती को कहा अलविदा ! कुश्ती में लिखी कारनामों की बेमिसाल कहानी, बनाए ये रिकॉर्ड.

Vinesh Phogat

Vinesh Phogat : महिला पहलवान विनेश फोगाट (women wrestler) ने अपने कुश्ती करियर को अलविदा कह दिया है। उन्होंने संन्यास की घोषणा करने के लिए पेरिस से भारत लौटने का भी इंतजार नहीं किया। महिला पहलवान विनेश फोगाट का करियर उपलब्धियों और विवादों का अनूठा संगम रहा है। जिस तरह से विनेश फोगाट ने पेरिस ओलंपिक के 12वें दिन फाइनल में जगह बनाकर इतिहास रचा और फिर अयोग्य घोषित हो गईं, वह किसी सदमे से कम नहीं था। विनेश फोगाट ओलंपिक में शाश्वत गौरव से एक कदम दूर रह गईं। इससे पहले भारतीय पहलवान ने मंगलवार को पेरिस ओलंपिक में महिलाओं की 50 किलोग्राम फ्रीस्टाइल के फाइनल में क्यूबा की युसेनेलिस गुजमान लोपेज को हराकर अपना स्थान सुरक्षित किया। जिस तरह पूरा देश उनकी उपलब्धि पर खुशियां मना रहा था, उसी तरह उनके अयोग्य घोषित होने पर गम और गुस्से से भर गया।

विनेश फोगाट
 विनेश फोगाट

 

इस बीच विनेश फोगाट ( Vinesh Phogat ) के अपने करियर से संन्यास की घोषणा दुःखद है। विनेश फोगाट          ( Vinesh Phogat )  के अचानक इस फैसले के लिए पेरिस ओलिंपिक में उनके अयोग्य घोषित होने से जोड़कर देखा जा रहा है। पेरिस ओलंपिक में महिलाओं के 50 किलोग्राम वर्ग के फाइनल मुकाबले में पहुंची विनेश को अधिक वजन के कारण अयोग्य घोषित कर दिया गया था, जिसके बाद उनके पदक जीतने की सारी संभावनाएं खत्म हो गईं।

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वैसे तो ऐसी घटना किसी भी खिलाड़ी के लिए दुखद होती, लेकिन विनेश फोगाट ( Vinesh Phogat )  ने यहां तक ​​पहुंचने के लिए जिस तरह का जज्बा दिखाया, उससे देश ही नहीं बल्कि दुनियाभर के खेल प्रेमियों की भावनाएं उनके साथ जुड़ना स्वाभाविक ही था। खास तौर पर इसलिए क्योंकि महज 100 ग्राम अधिक वजन होने के कारण ऐसी ऐतिहासिक उपलब्धि से वंचित रह जाना किसी के लिए भी आसानी से पचा पाना मुश्किल है।

विनेश फोगाट
विनेश फोगाट

 

विनेश फोगाट ( Vinesh Phogat )  के नाम है यह रिकॉर्ड : – 

कुश्ती को अलविदा कहने से पहले विनेश फोगाट ( Vinesh Phogat )  ने एक ऐसा रिकॉर्ड बनाया है, जिसे तोड़ना किसी भी अन्य भारतीय महिला पहलवान के लिए बड़ी चुनौती होगी। विनेश ने 3 ओलंपिक खेलकर यह रिकॉर्ड बनाया है। दरअसल, वह 3 ओलंपिक में हिस्सा लेने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान हैं।

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कुश्ती महासंघ को चुनौती : –

इससे पहले विनेश ( Vinesh Phogat )  ने साथी पहलवानों के साथ कुश्ती के क्षेत्र में चल रही कथित अनियमितताओं के खिलाफ आवाज उठाकर पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचा था। कुश्ती महासंघ के तत्कालीन अध्यक्ष के खिलाफ यौन शोषण जैसा गंभीर आरोप लगाना मतलब करियर को दांव पर लगाना था। हालांकि, उस मामले में कानूनी कार्यवाही चल रही है और अदालत के फैसले का इंतजार है। लेकिन इन सबके बावजूद ओलंपिक में अयोग्य घोषित होने से पहले विनेश का प्रदर्शन दर्शाता है कि उनमें कितनी हिम्मत है।

Vinesh Phogat
Vinesh Phogat

 

प्रतिकूल माहौल : –

यह भी तय है कि कुश्ती महासंघ के खिलाफ आवाज उठाकर उन्होंने उसके तत्कालीन प्रबंधकों की नाराजगी मोल ली थी। इससे यह भी समझा जा सकता है कि खेल ढांचे का एक हिस्सा विनेश के साथ सहज महसूस नहीं करता होगा और उसे पेरिस ओलंपिक तक का पूरा सफर प्रतिकूल माहौल में तय करना पड़ा होगा। यह उनकी जुझारूपन ही थी, जिसने 50 किलोग्राम वर्ग की विश्व और ओलंपिक चैंपियन यूई सुसाकी को भी हराया, जो 82 मुकाबलों में अपराजित थीं।

सबका दिल जीत लिया : –

इन सवालों के सही जवाब तुरंत आरोप-प्रत्यारोप से नहीं मिल सकते। जो कुछ भी हुआ है, वह न केवल दुर्भाग्यपूर्ण है, बल्कि खेल ढांचे से लेकर राजनीतिक संस्कृति तक सभी पहलुओं की गहन जांच की मांग करता है। जहां तक ​​विनेश की बात है, तकनीकी आधार पर पदक किसी को भी मिले, उनकी उपलब्धि दुनिया भर के खेल प्रेमियों के दिलों में हमेशा के लिए दर्ज हो गई है।

 

 

सबसे बड़े विवाद ने खूब कराया ‘दंगल’:

29 वर्षीय विनेश फोगाट ने कुश्ती में सफलता की कई सफल कहानियां लिखी हैं तो इस दौरान उनका विवादों से भी शानदार दंगल रहा। विनेश का विवादों से सबसे चर्चित दंगल जनवरी 2023 का है, जब उन्होंने अपने साथी पहलवानों के साथ मिलकर बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ मोर्चा खोला था। उन्हें हटाने की मांग की थी। विनेश और उनके साथियों ने भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष और भाजपा के पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर महिला पहलवानों से छेड़छाड़, यौन शोषण और मनमानी करने का आरोप लगाया था।

इस दंगल ने जल्द ही एक बड़े आंदोलन का रूप ले लिया। खिलाड़ी सड़कों पर उतर आए थे। इस दौरान उनकी पुलिस से झड़प भी हुई। इस आंदोलन के दौरान विनेश चोटिल भी हो गईं, जिसके चलते वह कई दिनों तक कुश्ती से दूर रहीं। लेकिन, जब वह लौटीं तो पेरिस ओलंपिक में उनकी तैयारियों का शानदार नजारा देखने को मिला।

दर्द इधर भी था और उधर भी ..

विनेश ( Vinesh Phogat )  कुश्ती के लिए मशहूर फोगाट परिवार से ताल्लुक रखती हैं। उन्होंने अपने पारिवारिक जीवन में भी उतना ही दर्द झेला है, जितना अपने करियर में झेला। जब वह 9 साल की थीं, तब उनके पिता का निधन हो गया था। पिता की मौत का दर्द उनकी मां के कैंसर की वजह से और बढ़ गया था। हालांकि, इतना कुछ होने के बाद भी विनेश ने हार नहीं मानी। उनके इरादे मजबूत थे, जिसका नतीजा यह हुआ कि वह खुद को एक चैंपियन खिलाड़ी के तौर पर स्थापित करने में सफल रहीं।

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