नवगछिया अनुमंडल अन्तर्गत एकलौता नवनिर्मित श्री शिर्डी साईंनाथ मंदिर में विगत कई वर्षों से साप्ताहिक सत्संग का कार्यक्रम मंदिर के कमेटी के सभी सदस्यों के द्वारा कराया जाता है। सोमवार को विशेष रुप से एकदिवसीय सत्संग भजन कार्यक्रम में संतमंत के लडडू बाबा ने सत्संग भजन एंव प्रवचन किया जिसमें सैकड़ों श्रद्धालुओं ने सत्संग कि महत्ता का रशपान किया। प्रवचन के दौरान उन्होंने कहा कि भगवान ने इस सृष्टि का निर्माण किया और मनुष्य को सब कुछ दिया है। लेकिन वह उसका उपयोग सही ढंग से नहीं कर पाता है। यही कारण है कि वह जीवन भर दुखी रहता है। उसके दुख की वजह भौतिक साधनों की कमी नहीं है, बल्कि स्वभाव है
मनुष्य का स्वभाव सत्संग सुनने से सुधर सकता है मनुष्य सत्संग सिर्फ सुने ही नहीं, बल्कि उसका महत्व समझे कथा-पुराण को भावपूर्वक सुनने से इसका सकारात्मक असर होता है। कथा मन को निर्मल कर देती है वहीं सद्गुरु साईंनाथ सेवा समिति के कार्यकारी अध्यक्ष शुभम यादव ने कहा मानव सेवा ही ईश्वर की सच्ची सेवा है अविद्या के कारण मानव की चेतना निचले स्तर पर रहती है और मनुष्य काम, क्रोध, लोभ, मोह, क्रूरता, स्वार्थी कर्मों में लिप्त रहता है। वास्तविक विद्या मनुष्य को चेतन के ऊंचे स्तर पर ले जाती है इस दौरान सैकड़ों सतसंग प्रेमी एंव श्रद्धालुओं ने सतसंग भजन के बाद महाप्रसाद ग्रहण किया इस अवसर पर संतमंत के लडडू बाबा ,श्री सद्गुरु साईंनाथ सेवा समिति के कार्यकारी अध्यक्ष शुभम यादव, कोषाध्यक्ष सुरेश प्रसाद
बिलाश यादव, गौरव कुमार ,मनीषा साईं सहित अन्य मौजूद रहें .