
श्रवण आकाश, खगड़िया की कलम से
खगड़िया जिले के परबत्ता प्रखंड मुख्यालय में बीते सोमवार को परबत्ता प्रखंड मुख्यालय से परबत्ता बीडीओ अखिलेश कुमार द्वारा लठमार और थप्पड़ मार की वीडियो मामले में जिला प्रशासन ने इस मामले को अपने संज्ञान में लेते हुए कहा कि परबता बीडीओ अखिलेश कुमार से मांगे स्पष्टीकरण, इसके साथ ही साथ फिलहाल ARO के कार्य से किया गया अलग। इसके साथ ही साथ दो युवकों पर लाठीचार्ज मामले पर जांच टीम भी गठित होने की बात बताया। वर्तमान समय तक में नगर परिषद चुनाव की प्रक्रिया चल रही हैं और सोमवार को भी प्रखंड कार्यालय परबत्ता में चुनावी प्रक्रिया हीं चल रही थी, जहां चुनाव के निर्धारित समय में आम आदमी की प्रवेश पुर्णत: बाधित होने की नियम हैं और सिर्फ और सिर्फ एक प्रत्याशी और उसके एक प्रस्तावक की प्रवेश का आदेश हैं। जहां चुनावी व्यवस्था को लेकर एक नहीं दो नहीं तीन भी नहीं बल्कि चार चार जगहों पर पुलिस कड़ी मुस्तैद है, जिसके बावजूद भी दो युवक पुलिस प्रशासन के सामने बाइजबरन प्रवेश कर गया और मौजूद पुलिसकर्मियों ने मुकदर्शक बने रह गए । आखिरकार दोनों युवक काउंटर पर पहुंच हीं गया। इसके बाद हुड़दंग मच गईं, आखिरकार हुड़दंग मची क्यों क्योंकि बीडीओ साहब काउंटर पर पहुंच दोनों युवकों पर अंधाधुंध लाठीचार्ज कर परबत्ता थाना पुलिस को सुपुर्द कर दिया। जिसके बाद दोनों युवकों कहासुनी के बाद पुलिस की गिरफ्त से रिहा भी कर दिया गया था।

पुछताछ में लेनिननगर,तेमथा गांव निवासी नागेश्वर मंडल के पुत्र संजीत कुमार और सुप्रभाष कुमार ने कहा कि मैं अपने आवश्यक कागजात से संबंधित कार्य हेतु कर्मचारी के बुलावे के बाद आरटीपीएस काउंटर पर गया था। जहां प्रवेश के दौरान विभिन्न चौकी पर तैनात प्रशासनिक कर्मियों ने रोकता गया तो मैं जबाव में कहते गया कि आरटीपीएस काउंटर के कर्मचारी ने बुलाया है लीजिए फोन बात कर लीजिए, इसके बाद हीं प्रवेश मिली। अंततः मुख्य द्वार व आरटीपीएस काउंटर के पास तैनात पुलिस कर्मियों ने मेरे साथ अंदर प्रवेश पर रोक लगाने हेतु धक्का मुक्की करते – करते अभद्र शब्दों का इस्तेमाल कर गाली गलौज देने लगा, जिसपर मैं आक्रोश जताया और मौजूद पुलिसकर्मियों और मेरे द्वारा शोरगुल प्रारंभ प्रारंभ हो गई। जिसके बाद परबत्ता बीडीओ अखिलेश कुमार आया तो मैंने अपनी बात कह रहा था कि मेरे बातों को अनसुनी कर थप्पड़ मारने शुरू कर दिया लेकिन मेरी बात नहीं सुने और इससे भी उनका मन नहीं भरा तो लाठियां की बौछारें हम दो भाईयों के ऊपर कर दिया। जहां मौजूद लोग मूकदर्शक बने रहे। इसके पश्चात दिन भर पुलिस की गिरफ्त में रहने के बाद व काफी कहासुनी के बाद मुझे रिहा कर दिया। अंततः मैं जिला प्रशासन से लठमार बीडीओ पर कार्रवाई की मांग करते हैं। जबकि वहीं इधर पुछताछ में परबत्ता बीडीओ अखिलेश कुमार ने कहा कि दोनों युवक नियम के विरूद्ध चुनावी प्रक्रिया में बाधा डालने की कोशिश कर रहे थें, जिन्हें काफी कहासुनी के बाद माफीनामा पत्र भराकर रिहा कर दिया था।

वहीं परबत्ता बीडीओ के इस हड़कत को लेकर खगड़िया बेगुसराय विधान पार्षद राजीव कुमार, खगड़िया सांसद चौधरी महबूब अली केसर, परबत्ता विधायक डॉ संजीव कुमार, खगड़िया की जिप अध्यक्षा कृष्णा कुमारी यादव, सांसद प्रतिनिधि आदित्य कुमार शौर्य उर्फ बाबूलाल भाकपा के अंचल मंत्री कैलाश पासवान, सीपीएम अंचल मंत्री नवीन चौधरी आदि कई दिग्गजों और क्षेत्रवासियों द्वारा कार्रवाई की मांग कर कह रहे हैं कि यहां जनता का राज है। जनता हमारी भगवान स्वरूप हैं, इनके हर एक समस्या का समाधान करना हमारा कर्तव्य है ना कि बेकसुर छात्र युवाओं के ऊपर जानवर जैसा सलूक कर अफसरशाही हावी बनना। इसके साथ ही साथ ऐसे पदाधिकारी पर अविलंब कार्रवाई कर अविलंब बर्खास्त करें।
