
खगड़िया जिला अंतर्गत परबत्ता बाजार स्थित के.एम.डी महाविद्यालय परिसर में एन.एस.एस इकाई के सात दिवसीय विशेष शिविर के तीसरे दिन स्वयंसेवकों ने नुक्कड़ सभा के माध्यम से गोद लिए गांव करना के अल्पसंख्यक मोहल्लों के लोगों के बीच जा – जाकर जागरूकता अभियान चला जागरूक किया। जिसका शुभारंभ के.एम.डी काॅलेज के प्राचार्य शिव कुमार अग्रवाल ने पीले पताका को लहरा स्वागत के साथ क्षेत्रों की ओर रवाना कराया। जिसके पश्चात स्वयंसेवकों और बच्चे बच्चियों ने मिल मोहल्ले के लोगों को वृद्धजनों की सेवा और देखभाल को लेकर गांव मुहल्ले में मिली महिलाओं और पुरुषों को भाषण के माध्यम से जागरूक किया।

वहीं इस अभियान में शामिल स्नातक प्रथम सत्र की छात्रा कोमल कुमारी ने कर्णा गांव में मिली महिलाओं को बताई कि यदि आप अपने माता-पिता की देखभाल नहीं करेंगे, तो आपके बच्चे – बच्चियां भी आपको देख आपसे यही सीख व संस्कार लेंगे। इसलिए यदि आपको बुढ़ापे में अपने बच्चों से सेवा करने की आश हैं तो आपको अपने मां बाप, सास ससुर की सेवा करनी प्रारंभ कर दीजिए। वर्तमान समय में आप सभी अपने बच्चे बच्चियों के आइने है, आपके संस्कारों और विचारों को देख आपके बच्चे बच्चियों सीखते हैं और सीखते रहेंगे।


वहीं इस जागरूकता अभियान में शामिल जानकीचक की बच्ची व स्नातक प्रथम सत्र की छात्रा आयुशी कुमारी ने बताई कि मैं एनएसएस के तहत आज फिर करना गांव गई थी । वर्तमान समय में अधिकांशतः मां पिता बेटियों को शिक्षित करने में अपनी दिलचस्पी ना के बराबर देती है और बेटों को बढ़चढकर शिक्षा ग्रहण कराने में दिलचस्पी देती हैं। बहुत सारे लड़कियां भी पढ़ने को इच्छुक रहते हैं यहां तक कि उनके मां पिता भी पढ़ाने को तैयार रहते हैं लेकिन नाकारात्मक विचार के कारण बेटियां को शिक्षित नहीं करा पाते हैं। इन्हीं सभी बातों को लेकर गरीब अल्सर अल्पसंख्यकों बीच जाकर जागरूक किया। इतना ही नहीं, आजकल के जमाने में बूढ़े हुए दादा दादी को वृद्धाश्रम भेज देते हैं और खुद आराम फरमा अपने घर में रहते हैं। इसके लिए हम लोग क्षेत्र के घर घर जा जाकर मौजूद लोगों को जागरूक किया। अंततः आने वाले समय में इस तरह के नकारात्मक सोच को जागरूकता अभियान के माध्यम से अवश्य बदलाव होगी। अंततः मुझे विश्वास है कि आने वाले समय में हर कोई अपने मां-बाप की सेवा जरूर करेंगे।

वहीं मौजूद के.एम.डी कॉलेज के बी.एस.सी फिजिक्स का छात्र और नौरंगा गांव निवासी रोहित कुमार ने बताया कि एन.एस.एस के माध्यम से आज हम एक गांव में गए हुए थे, जहां लोगों को शिक्षित करना और जागरूकता अभियान के तहत अपने से बड़ों का सम्मान करना और उनकी देखभाल करने को लेकर बताया। जहां तक हो सके बुढ़ापे में उनका साथ ना छोड़े। हमारी एन.एस.एस टीम का मुख्य उद्देश्य हीं लोगों को शिक्षित करना, सेवा करना और आवश्यक मुद्दों को लेकर जागरूक करना है। ताकि हमारे देश और राज्य का नाम विश्व स्तर में नंबर वन आए। अंततः मैं अपने गांव सहित अन्य गांव में भी जीवन काल में लगातार हर गांव, घर, गली मोहल्ले में जाकर इस तरह के टॉपिक को लेकर हरदम जीवन भर समझाना चाहिए और हम लोग, हमारी टीम के लोग समझाते रहेंगे और जिसके कारण बिल्कुल हमारे समाज में बदलाव आएगी और सोच बदलेगी।

वही महाविद्यालय के इतिहास विषय के शिक्षक व विभागाध्यक्ष डॉक्टर मोहम्मद मुजाहिद उल इस्लाम ने माता-पिता का दर्जा भगवान से भी ऊपर बताया और कहा की मां-बाप के कदमों में ही जन्नत है। वहीं इस कार्यक्रम का नेतृत्व डॉ अरविंद कुमार शर्मा के द्वारा की जा रही थी। जो घर-घर जाकर संपर्क कर भी वृद्धजनों के महत्व के बारे में और माता पिता बड़ों का आदर सेवा सम्मान की बातें बताते नजर नजर आए साथ ही साथ वृद्धों की सेवा पर भी लोगों को जागरूक करते दिखे।

वहीं इस जागरूकता अभियान में प्रोफेसर ललन कुमार मंडल, डॉ अजय प्रकाश, मोहम्मद तबारक अंसारी, प्रोफेसर मोहम्मद तबारक अंसारी तथा स्वयंसेवक आयुसी कुमारी, चंदा कुमारी, रेशमी कुमारी, मनीष कुमार, आयुष शर्मा, मोहम्मद फैजान, अंबिका कुमारी, संदीप कुमार, रोहित कुमार, कोमल कुमारी, अमृता कुमारी, सुमन कुमारी, मनीष कुमार शर्मा समेत दर्जनों स्वयंसेवक और स्वयं सेविका शामिल थी।