श्रवण आकाश, खगड़िया की खास रिपोर्ट
शिकायत पर जांच करने पहुंचे एसडीओ अमन कुमार सुमन व अन्य पदाधिकारी
खगड़िया जिले के परबता प्रखंड अंतर्गत कज्जलवन गांव में दुसाध जाती व अनुसूचित जाति के 22 परिवारों को 2013 से ही लेकर अब तक नहीं मिल रही हैं, अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र। जिसको लेकर इन परिवारों में संबंधित पदाधिकारी सीओ अंशु प्रसुन के खिलाफ काफी नाराजगी देखी गई। वहीं मौजूद दर्जनों महिलाएं और पुरुषों ने बताया कि हमलोग बार – बार प्रखंड कार्यालय में जाकर जाती प्रमाण पत्र हेतु बारंबार अप्लाई किया, जिसे अंचलाधिकारी अंशु प्रसून द्वारा रिजेक्ट कर दिया जा रहा हैं। वहीं अंचलाधिकारी सीओ अंशु प्रसुन से भी बहुत बार इस मामले पर बात किए तो साफ मना कर दिया जा रहा हैं। अंततः इस रवैया को देख मजबूरन जिला पदाधिकारियों से शिकायत किया तो संबंधित अधिकारियों को जांच करने भेजें हैं। वहीं मौजूद अखिल भारतीय दुसाध उत्थान परिषद के बिहार प्रदेश अध्यक्ष बासुकी पासवान ने कहा कि कज्जलवन गांव में एक नहीं, दो नहीं, तीन भी नहीं बल्कि पूरे के पुरे 22 अनुसुचित जाति व दुसाध जाती के परिवारों को बीते 2013 से लेकर अब तक प्रखंड मुख्यालय में विराजमान अधिकारियों द्वारा जाति प्रमाण पत्र से वंचित रखा गया हैं। जिसके कारण इन सभी परिवार वालों में ऊपर कई तरह की समस्याएं देखने को मिलती हैं। हालांकि मैं अपने स्तर से कई बार संबंधित अधिकारियों से बात करने की प्रयास किया लेकिन मेरी बातों को दरकिनार कर अब तक इन परिवारों को जाती प्रमाण पत्र और संबंधित बिहार सरकार के विभिन्न योजनाओं से वंचित रखा जा रहा हैं।

वहीं दुसाध जाती व अनुसूचित जाति के पीड़िता महिला गीता देवी ने भी बताई कि मैंने की बार परबत्ता ब्लॉक में जाकर जाति प्रमाण पत्र का फोर्म फिलप कर संबंधित कर्मियों के टेबल पर जमा कर आईं, लेकिन कुछ दिनों बाद पता चलता है कि मेरे द्वारा भरे गए फार्म को रिजेक्ट कर दी गई हैं। जिसके कारण संबंधित अधिकारी अंचलाधिकारी अंशु प्रसून से भी बातें करने की प्रयास किया तो कोई जबाव नहीं मिला। इधर पीड़िता महिला प्रियंका देवी ने भी बताई कि मैं भी परबत्ता आईटी भवन में आरटीपीएस काउंटर पर जाकर जाति प्रमाण पत्र जमा किया था, जिसे रिजेक्ट कर दिया गया। अंततः हमलोगों ने मिलकर संबंधित जिला पदाधिकारियों को लिखित आवेदन देकर शिकायत दर्ज कराई हैं, तो तब जाकर आज बुधवार को एसडीओ अमन कुमार सुमन सहित अन्य पदाधिकारी आकर पुछताछ किया और बहुत जल्द समस्याओं का समाधान का आश्वासन दिया।


इसके पश्चात बुधवार दोपहर बाद गोगरी अनुमंडल पदाधिकारी एसडीओ अमन कुमार सुमन सहित परबत्ता अंचलाधिकारी सीओ अंशु प्रसुन, हल्का कर्म चारी श्री मनोहर प्रसाद, राज किशोर सिंह आदि के साथ कज्जलवन पहुँच कर इन पीड़ित परिवारों से मिल कर सच्चाई जानने की कोशिश किया। जहां पहुंच कर कई ग्रामीणों का लाइव वीडियो ब्यान लिए, आधा दर्जन से अधिक महिलाओ से पूछताछ किये और उनके मायके का बना हुआ जाति प्रमाण पत्र लिए तथा अंचलाधिकारी सीओ अंशु प्रसुन को संबोधित कई निर्देश देते हुए कहा कि इन सभी परिवार वालों को जाति प्रमाण पत्र नहीं निर्गत करने की अविलंब कारणों से अवगत कराने की और इसके साथ ही साथ कुछ गिने चुने व्यक्ति को कैसे जाति प्रमाण पत्र मुहैया कराई गई, उसका भी जल्द से जल्द जानकारी साझा करने का निर्देश दिया। मौके पर अखिल भारतीय दुसाद उत्थान परिषद के प्रांतीय अध्यक्ष श्री बासुकी पासवान, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के अंचल मंत्री कैलाश पासवान तथा दर्जनों ग्रामीण महिलाएं – पुरुष उपस्थिति थे।
