पटना: जेडीयू के राष्ट्रीय सचिव राजीव रंजन ने कहा कि 25 फरवरी को पूर्णिया में महागठबंधन की रैली होगी जिसमें जेडीयू, आरजेडी, कांग्रेस, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा, सीपीआईएमएल, सीपीआई, सीपीएम के नेता रहेंगे. 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए चुनावी शंखनाद होगा. बीजेपी के खिलाफ में मजबूत विकल्प देश में बनेगा. राजीव रंजन ने कहा कि विपक्ष का नेतृत्व कौन करेगा यह सभी विपक्षी दल मिलकर तय करेंगे. पहले सब एकजुट होंगे. अमित शाह की 25 फरवरी को होने वाली रैली से हम लोग कोई फर्क नहीं पड़ेगा. 2024 में बीजेपी की हार होने जा रही है.
तेजस्वी यादव के सीएम बनाने को लेकर हो रही बयानबाजी पर राजीव रंजन ने कहा कि वह कब बनेंगे या उनके नेतृत्व में कब और कौन सा चुनाव लड़ना है यह महागठबंधन के सभी दल मिलकर उचित समय पर तय करेंगे. आगे उन्होंने उपेंद्र कुशवाहा के बयान पर भी रिएक्शन दिया. सवाल पर कि उपेंद्र कुशवाहा ने कहा है कि ललन सिंह के बयान से तेजस्वी नाराज थे इसलिए सरकारी कार्यक्रम में डेढ़ घंटे की देरी से पहुंचे. इस पर राजीव रंजन ने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा चार बार जेडीयू में आए और गए. सुर्खियों में रहने के लिए अनाप शनाप बयानबाजी करते हैं.
पूर्णिया रैली को लेकर जगह-जगह लगे पोस्टर
बता दें कि 25 फरवरी को पूर्णिया में महागठबंधन की रैली होने वाली है. इसको लेकर पटना में जगह-जगह पोस्टर लगे हुए हैं. वहीं 25 फरवरी को वाल्मीकि नगर में बीजेपी की भी रैली है. अमित शाह आ रहे हैं. उसी दिन शाम में पटना में किसान मजदूर समागम कार्यक्रम है. उसमें भी अमित शाह रहेंगे. एक ही दिन बीजेपी और महागठबंधन की ओर से होने वाले कार्यक्रम से सियासी माहौल गर्म है.
राजीव रंजन से पहले जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा था कि तेजस्वी 2025 में महागठबंधन के सीएम कैंडिडेट होंगे या नहीं यह 2025 में तय होगा. अभी नीतीश चेहरा हैं. 2025 की बात 2025 में होगी. उन्होंने तेजस्वी को लेकर कभी नहीं कहा है. इसके बाद दिल्ली में ललन सिंह ने सफाई दी. कहा कि उनके बयान को गलत तरीके से पेश किया गया. उनके और नीतीश कुमार के बयान में विरोधाभास नहीं है.