नवगछिया के झंडापुर सहायक थाने की हाजत में फंदे पर लटक कर हुई आरोपित विभूति कुमार उर्फ मनीष की मौत मामले की न्यायिक जांच नवगछिया के प्रथम श्रेणी के न्यायिक दंडाधिकारी कुमार पंकज करेंगे। इसकी पुष्टि नवगछिया पुलिस ने की है। जिला एवं सत्र न्यायाधीश अरविंद कुमार पांडेय ने डीएम सुव्रत कुमार सेन के अनुरोध पर न्यायिक जांच शुरू करने की कवायद करते हुए नवगछिया व्यवहार न्यायालय के प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी कुमार पंकज को यह जवाबदेही दे दी है। नवगछिया एसपी एसके सरोज ने घटना की न्यायिक जांच के लिए डीएम को पत्र लिख अनुरोध किया था।
आरोपित मनीष ने अपने गमछे का फंदा बना कर ली थी खुदकुशी
मालूम हो कि बिहपुर थानाक्षेत्र के गौरीपुर निवासी शंभू कुमार दास के पुत्र विभूति कुमार उर्फ मनीष कुमार की मौत झंडापुर सहायक थाने की हाजत में हो गई थी। विभूति स्कार्पियो का चालक था। मृतक के भाई ने पुलिस को जानकारी दी थी कि 23 अप्रैल को स्कार्पियो लूट के आरोप में मनीष को गिरफ्तार कर लिया गया था। पुलिस उसी दिन से उसे पकड़ कर रखे हुए थी। उसके साथ पुलिस हाजत में मारपीट की गई थी। 27 अप्रैल को उसका शव हाजत में गमछे के फंदे से लटका पाया गया था। स्वजनों का कहना कि गिरफ्तार होने के 24 घंटे के अंदर जेल भेज देना चाहिए था। चार दिन से पुलिस इसको टार्चर कर रही थी। मनीष गांव के ही फूलो मंडल का स्कार्पियो गाड़ी चलाता था। 22 अप्रैल को गौरीपुर से मड़वा गांव बारात गई थी। बारात गांव पहुंचने के बाद एक अज्ञात व्यक्ति ने कहा गौरीपुर पहुंचा दो। गौरीपुर के पास घात लगाए पांच की संख्या में अज्ञात आपराधियों ने चालक को बंधक बनाकर गाड़ी लूट लिया। चालक को साहेबपुर कमाल में छोड़ दिया। चालक का मोबाइल भी लूट लिया था। चालक ने गाड़ी मालिक को फोन किया था। पुलिस अनुसंधान में बाद में चालक की संलिप्तता सामने आई थी। पुलिस चालक मनीष को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही थी। पुलिस का कहना था चालक मनीष ने हाजत में अपने गमछे का फंदा बना फांसी लगा ली थी।