सुल्तानगंज लाॅकडाउन में छूट मिलते ही कांवडिया का जत्था उत्तर वाहिनी गंगा तट पर आना शुरू हो गया है। बता दें कि सावन आने में लगभग एक माह दो दिन शेष रह गए है। लेकिन अभी से ही कांवडिया का जथ्था आना शुरू हो गया हैं।कोरोना पर आस्था भारी देखने को सुल्तानगंज के उत्तरवाहिनी गंगा तट पर मिल रही है। जबकि कोरोना महामारी को देखते हुए पूरे भारत में दार्शनिक स्थल तथा मंदिर को बंद कर दिया गया है ।इसके बावजूद कांवडियों का आस्था कम नहीं पड़ते हुए दिखाई दे रहा है। वहीं नगर परिषद द्वारा श्रावणी मेला को लेकर मुस्तैद हैं। कार्यपालक पदाधिकारी, प्रखंड विकास, पदाधिकारी ,अंचलाधिकारी से बात करने पर बताया गया कि श्रावणी मेला को लेकर हर तरह से हम लोग तैयार हैं ,सिर्फ बिहार सरकार का आदेश मिलने की देर है। बिहार सरकार द्वारा अनलाॅक 3 लगाया गया है। इसको लेकर दुकानदारों में असमंजस बना हुआ है की श्रावणी मेला होगा या नहीं। वहीं कांवरिया अपने निजी वाहन से अजगैबीनाथ मंदिर पहुचकर उत्तरवाहिनी गंगा मे स्नान कर अजगैबीनाथ मंदिर के बाहर से ही पूजा पाठ कर बाबा बैजनाथ धाम के लिए जलाभिषेक करने के लिए रवाना हो रहे हैं। कांवडिया बाबा बैजनाथ धाम पहुचकर मंदिर के बाहर से ही कावंड़ियों अपना अपना गंगा जल से जलाभिषेक कर अपने गंतव्य स्थान लौट रहे हैं।वहीं स्थानीय दुकानदारों द्वारा बताया गया कि पिछले वर्ष श्रावणी मेला कोरोना महामारी की भेंट चढ़ गई थी ,इस बार भी श्रावणी मेला नहीं लगने से हम लोगों की स्थिति दयनीय हो गई है। लेकिन बिहार सरकार इस पर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं जिस कारण हम लोग स्थिति देयनिय हो गई।मां गंगा से प्राथना कर रहे हैं कि भारत देश से कोरोना महामारी दुर हो ओर फिर से श्रावणी मेला शुरुआत हो जिससे हम लोगों का जीवन यापन हो सके।साथ ही स्थानीय पंडा भी मां गांगा से प्राथना कर रहे हैं कि कोरोना महामारी दुर हो फिर से श्रावणी मेला की शुरुआत हो । लेकिन अबतक श्रावणी मेला तैयारी कि सुगबुगाहट बिहार सरकार एंव जिला प्रशासन द्वारा तैयारी शुरू नहीं करने से पंडा सहित दुकानदार असमंजस मे पडे हुए हैं।।