
श्रवण आकाश, (खगड़िया) की खास रिपोर्ट
खगड़िया जिला के परबत्ता प्रखंड अंतर्गत तेमथा करारी पंचायत के वार्ड नंबर 2 में स्थित प्राथमिक विद्यालय शर्मा टोला में विद्यालय व्यवस्थापक के द्वारा एमडीएम व्यवस्थाओं में अनियमितता को लेकर ग्रामीण युवकों का हुआ जमावड़ा। इतना ही नहीं युवकों द्वारा विद्यालय प्रधान से भी बहस कर व्यवस्था में कराई तत्काल सुधार। दरअसल मामला यह है कि विद्यालय प्रधानाचार्य राजेश कुमार के द्वारा एमडीएम व्यवस्थाओं के अंतर्गत टुटी – फूटी बर्तन और रद्दी चावल से खाना बनाने को लेकर हुई ग्रामीण युवाओं के बीच बहस। जहां ग्रामीण युवाओं और रसोइया बिजली देवी ने मिल जताई विरोध।


वहीं जब इस मामले को लेकर विद्यालय प्रधान राजेश कुमार से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि मैंने प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को कई बार इसकी सूचना लिखित और मौखिक दोनों रूप से भेजा है। लेकिन प्रखंड शिक्षा कार्यालय में मौजूद अधिकारियों द्वारा हमारी बातें को अनसुनी कर दी जाती हैं। जिसके कारण व्यवस्था में पुर्ण रूपेण सुधार लाने में सक्षम नहीं हुं। फिर भी वादा करता हूँ कि आपको आगे से ऐसी व्यवस्था नहीं दिखाई देंगी।


वहीं इस मामले को लेकर रसोइया बिजली देवी ने बताई कि विद्यालय प्रधान को रोज बोलती हुं, कि बर्तन की व्यवस्था कीजिए, ऐसी बेकार की चावल को फेंक दीजिए। बर्ना हम खाना नहीं बनायेंगे। क्योंकि ऐसी बेकार की खाना खिलाने के कारण बच्चे बीमार हो जायेंगे। फिर अभिभावकों द्वारा मुझे दोषी ठहरा प्रतारित की जाएगी। इसलिए मैं ऐसी बेकार की चावल की खाना नहीं बनायेंगे। इतना हीं नहीं, भोजन बनाने हेतु मसाले, हल्दी,बुकनी,प्याज आदि भी उचित मात्रा में मुहैया नहीं कराते हैं। जिसके कारण मेरे द्वारा संतोषजनक भोजन नहीं बन पाती हैं।

वहीं ग्रामीण युवक अनिल शर्मा के सुपुत्र ऋषि कुमार, खाखो शर्मा के सुपुत्र रितेश कुमार, शंभू कुमार, पुटुश कुमार और नवीन शर्मा आदि ने संयुक्त रूप से बताया कि इस तरह की व्यवस्था कई दिनों से इस विद्यालय में हैं, जिसको लेकर पहले भी अगाह कर सुधार करने की बात बताया था,जो कि अब तक सुधार नहीं कर रहें हैं। आखिर जब टुटी फूटी बर्तन में खाना पकाई जाएगी तो खाना का स्वादिष्ट कैसा होगा ? और इतने घटिया से घटिया अर्थात बेकार चावल की भोजन बनाने कहां की नियम है। हमारे घर के छोटे छोटे बच्चे पढ़ने आते हैं और विद्यालय में खाना भी खाते हैं। जहां काफी बेकार का चावल की उपयोग कर बच्चों को खिलाई जाती हैं। पुछने पर कहते शिक्षा पदाधिकारी को कहें है हो जाएगा। लेकिन अब तक नहीं हुआ।

वहीं इस मामले को लेकर प्रखंड शिक्षा साधन सेवी व बीआरपी मिथिलेश चौधरी ने बताया कि मुझे इस मामले को लेकर विद्यालय के द्वारा अब तक कोई भी लिखित या मौखिक सूचना नहीं दी गई है। सुचना मिलने पर इसका पुर्णत: निदान कर दिया जाएगा।