श्रवण आकाश, (खगड़िया) की कलम से
खगड़िया जिले के परबत्ता प्रखंड क्षेत्र के एक प्रेमी प्रेमिका के बीच हुई आपसी प्रेम में हुई मिठाई की जगह खटाई। दरअसल मामला यह है कि प्रेमी प्रेमिका को अपने हीं गांव की रहने वाला वाली से दोस्ती हो गई। जो दोस्ती कुछ हीं महीनों बाद प्रेम प्रसंग में तब्दील हो गई। जिसके बाद प्रेमिका ने अपनी जन्म देने वाली मां और समस्त घरवालों और रिश्तेदारों के रिश्ते को ठोकर मार घर से चली गई। जिसके बाद प्रेमिका के कथनानूसार बांका कोर्ट में याचिका दाखिल कर शादी भी होने की बात बता रहीं हैं। वर्तमान समय में प्रेमी के घरवालों द्वारा रिश्ते को इंकार करने की बातों से नाराज़ हो,रोती बिलखती परबत्ता बाजार में कुछ देर तमाशा बना दी, जिसके बाद वही तमाशा देख प्रत्यक्षदर्शी ने इस मामले को लेकर परबत्ता थाना को सुचना दिया। तो परबत्ता थानाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार पाल ने तमाशा करती प्रेमिका को अपने कब्जे में लेकर महिला कांस्टेबल के साथ थाना परिसर में ले गयी।


वहीं परबत्ता थाना पुलिस प्रशासन ने प्रेमिका से काफी पुछ ताछ कर कुल्हड़िया गाँव निवासी एक प्रेमिका को प्रेमी के घर मे नहीं रखे जाने पर पुलिस ने उसे पति के घर पहुचाने का काम किया। इसमें एक ऐसी प्रेम कहानी सामने आई है जिसे आप सुनकर हैरान हो जायेंगे। कहते हैं ना कि यदि सच्चा प्यार हों जाय और प्रेमी प्रेमिका दोनों की हिम्मत व साहस बुलंद हों तो उनका प्यार झुकता नहीं हैं और ना ही कोई झुका सकता है।


अर्थात सच्ची मोहब्बत करनेवाले की कभी हार नहीं होती। वहीं इस फिल्मों की कहानी को प्रेमिका निशु कुमारी ने सच कर दिखाई। प्रेमिका निशु कुमारी ने बताई कि निशु कुमारी और अंकित आनन्द उर्फ गोलू के बीच करीब पाँच पूर्व हुई दोस्ती और फिर वही दोस्ती प्यार, मोहब्बत और इश्क बदल गया। प्यार में दोनों प्रेमी जुगल ने बीते वर्ष दिसंबर माह शादी कर ली। लेकिन प्रेमी के परिजन लड़की को अपनाने से इंकार कर रहे थे। जिसके कारण हंसती खिलखिलाती प्यार मोहब्बत भरी जिंदगी में मिठाई की जगह खटाई आ गई थी। जिसके कारण कुछ दिन खटीपन की जिंदगी गुजारने को बिबस हो गई थी। कहते हैं ना कभी खुशी कभी ग़म, साथ ही साथ प्यार मोहब्बत इश्क हंसाता है और इश्क रूलाता है।


आखिरकार प्रेमिका नीशु कुमारी अपनी प्यार मोहब्बत में खटाई को वापिस मिठेपन लाने हेतु परबत्ता थाना पहुँचकर थानाध्यक्ष से लगाई न्याय की गुहार । जहां परबत्ता थानाध्यक्ष धर्मेन्द्र कुमार पाल एवं लेडी कांस्टेबल के साथ बिते 14 अप्रैल के संध्या 6 बजे प्रेमिका को उनके ससुराल अर्थात प्रेमी के घर पहुंचाया । उसके ससुराल पुलिस प्रशासन ने एक घर को बसाने का किया काम। वहीं इस सराहनीय कार्य को देखकर स्थानीय लोग परबत्ता थानाध्यक्ष की प्रशंसा कर रहे हैं। हालांकि प्रेमी की माँ प्रेमिका को घर में रखने से कर इंकार कर रही थी। लेकिन अब देखना लाजमी होगा कि प्रेमिका अपने ससुराल में खुश रह पाती हैं या नहीं। पुलिस ने गांव के मुखिया प्रतिनिधि जयप्रकाश तिवारी, सरपंच प्रतिनिधि कविनन्दन तिवारी कई बुद्धिजीवियों के सामने उक्त महिला को उनके पति के घर पहुंचा वापिस थाना चली गई। थानाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार पाल ने बताया उक्त लड़की आई थी, जिन्होंने प्रेमी के साथ शादी करने संबंधी कई कागजात दिखाई गई, जिसके आधार पर उसे पति के घर पहुंचा दिया गया हैं।
