पुवायाँ ,शाहजहाँपुर। – हिन्दी साहित्य सेवा में रत राष्ट्रवादी कवि और साहित्यकार प्रदीप वैरागी ने नव-तरंग फाउंडेशन की ओर से आयोजित ऑनलाइन बहुभाषीय सेमिनार को संबोधित करते हुए कहा कि, “अन्तर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस 21 फरवरी को मनाया जाता है। 17 नवंबर (नवम्बर), 1999 को यूनेस्को ने इसे स्वीकृति दी।
अन्तर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस बांग्लादेश में स्थित शहीद स्मारक 21 फरवरी अन्तरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस का उद्देश्य भाषाई और सांस्कृतिक विविधता और बहुभाषावाद के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देना।
इस दिवस को मनाने का उद्देश्य है कि विश्व में भाषाई एवं सांस्कृतिक विविधता और बहुभाषिता को बढ़ावा मिले।
यूनेस्को द्वारा अन्तरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस की घोषणा से बांग्लादेश के भाषा आन्दोलन दिवस को अन्तरराष्ट्रीय स्वीकृति मिली, जो बांग्लादेश में सन 1952 से मनाया जाता रहा है। बांग्लादेश में इस दिन एक राष्ट्रीय अवकाश होता है।
2008 को अन्तरराष्ट्रीय भाषा वर्ष घोषित करते हुए, संयुक्त राष्ट्र आम सभा ने अन्तर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के महत्व को दोहराया था।
उन्होंने कहा कि मातृभाषा को अपनाने में हमें बिल्कुल भी शर्म नहीं होनी चाहिए वैश्विक स्तर पर बहू भाषाओं और संस्कृति को बढ़ावा मिले इसके लिए सभी को अपनी मातृभाषा पर गर्व करना चाहिए।