श्रवण आकाश, खगड़िया की कलम से
खगड़िया जिला अंतर्गत परबत्ता प्रखंड के अगुआनी – सुलतानगंज गंगा ओवरब्रिज निर्माण कर रही एस०पी सिंगला कंपनी में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी कर रहे, डुमरिया बुजुर्ग गांव निवासी सिंघो सनगही के पुत्र महेश सनगही बीते 13 अप्रेल को नौकरी करने के दौरान चोरी करने आये युवक को मना करने पर चोरों ने मारपीट कर पुल से नीचे फेंक दिया था। जिसके बाद दोनों पैर और एक हाथ का हड्डी टूट गया है। जिसके बाद चंदा इकट्ठा किए पैसे को लेकर घायल की पत्नी बसंती देवी ने प्राथमिक उपचार हेतु सीएचसी परबत्ता ले गई थी। जहां चिकित्सकों द्वारा प्राथमिक उपचार के पश्चात स्थिति नाजुक होने को लेकर सदर अस्पताल खगड़िया रेफर कर दिया। साथ ही साथ सीएचसी परबत्ता में गरीबों को एम्बुलेंस सुविधा भी नहीं मुहैया कराई गई। अंततः चंदा के पैसे को दे सदर अस्पताल खगड़िया गई। वहां भी स्थिति गंभीर होने पर चिकित्सकों ने भागलपुर रेफर कर दिया। जहां चिकित्सकों ने पैसे की किल्लत देखकर और स्थिति नाजुक होने को लेकर ईलाज असंभव बता वापिस घर भेज दिया गया।

इसी दरम्यान इलाज में कर्ज और चंदा के हज्जारों रुपए की खर्च तो हो गई, कोई फायदा नहीं हुआ। अंततः वापिस घर लौटना पड़ा, जहां पिछले तीन दिनों से चुल्हे भी बंद पानी पी पीकर सभी परिजन जीवन जीने को बिबस हो गये हैं।। लेकिन दुर्भाग्यवश पुल निर्माण कंपनी के तरफ से या फिर कोई पदाधिकारी, नेतागण अब कोई अब तक पूछने – देखने को नहीं आई है। बेचारे सिक्यूरिटी गार्ड के घरों में स्थिति इतनी दयनीय हो गई है कि आप देखकर अपने आंखों की आंसू नहीं रोक पाओगे। बताते चलें कि परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है, फिर भी सहयोग की आश हैं। फिलहाल मरीज़ परिवार की स्थिति गंभीर है । पैसा के अभाव में जिंदगी और मौत से लड़ रहा है । लेकिन कमबख्त एसपी सिग्ला कंपनी, स्थानीय नेताओं और बिहार सरकार की ओर से अब तक कोई सहयोग नहीं किया गया हैं। वहीं इस मामले को लेकर जख्मी सिक्योरिटी गार्ड के पत्नी बसंती देवी प्रसासन और सरकार से सहयोग की गुहार लगा रही हैं । देखना होगा सरकार कब तक इसकी गुहार सुनती है या फिर नहीं सुनती है।
