कविता-गांधी जी|
भगवत कृपा हो ऐसा गांधी न आए|
सत्य -अहिंसा बल पर भारत बटवाए||
ठीक किया जो भारत बाँटा सहमत हूँ|
पर अधकचरा किया इसी से आहत हूँ||
यदि भारत के वीर नही फंदा चढ़ते |
कभी न संभव आजादीे का हक मिलते||
वीरों का उतपात हौसला जब जागा |
देख फिरंगी सहमा भारत से भागा||
आजादी जो मिली हमारे वीर दिए|
सत्य-अहिंसा नीति न कोई असर किए||
अमरनाथ सोनी ‘अमर ”
9302340662