श्रवण आकाश, (खगड़िया) की कलम से
खगड़िया जिला के परबत्ता प्रखंड अंतर्गत लगार पंचायत के इंग्लिश लगार गांव की वार्ड संख्या 12 निवासी मुकेश शाह उर्फ मखन लाल साह की 8 वर्षीया किशोरी बच्ची करिश्मा कुमारी की सर्पदंश से हुई मौत। वही मंगलवार दोपहर सर्पदंश की घटना घटित होने के तुरंत बाद परिजनों ने आपसी सुझ बुझ के पश्चात् आनन-फानन में बच्ची को अस्पताल के चिकित्सकों के पास नहीं ले जाने के बजाय गांव के ही तांत्रिक के पास लेकर चला गया। जहां उसे करीबन 1 घंटे तक स्थानीय तांत्रिक ने झाड़-फूंक करते रहे, लेकिन फिर भी स्थिति में सुधार नहीं होने को लेकर परिजनों ने बच्ची को प्राथमिक उपचार हेतु सी.एच.सी परबत्ता लग गया, जहां इलाज के दौरान ही बच्ची की मौत हो गई। जिसके बाद मृत बच्ची करिश्मा कुमारी के परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया। अंततः परबत्ता अंचलाधिकारी और थानाध्यक्ष की शरण में जाकर आपदा से संबंधित घटनाएं को लेकर मुआवजे की मांग कर रहें हैं।


वहीं मृत बच्ची की मां अनिता देवी ने बताई कि मेरी बच्ची रोज की तरह अपने घर में खेल रही थी कि अचानक खेलने के दौरान गेंद बक्सा के अंदर चली गई। जिसको मेरी बेटी करिश्मा कुमारी खुद से निकालने शुरू कर दी। लेकिन दुर्भाग्यवश वहीं बक्सा के नीचे बैठे सांप के दंश का शिकार मेरी प्यारी बच्ची हो गई। जिसके बाद गांव के हीं तांत्रिक के यहां ले गयी, जहां कोई सुधार नहीं हुई तो डॉक्टर के पास ले आई, जहां डॉक्टरों ने भी ईलाज करते हुए बताया कि मेरी बच्ची अब नहीं रही। मृतक बच्ची करिश्मा कुमारी अपनी कुल चार भाई बहन हैं, जिसमें दो भाई और दो बहन। सबसे बड़ी कोमल कुमारी (13 वर्ष), दुसरे नंबर पर बड़ा भाई विभीषण कुमार (10 वर्ष), तीसरे स्थान पर 8 वर्षिया मृतिका करिश्मा कुमारी खुद और चौथे स्थान पर सबसे छोटा भाई अंकित कुमार (6 वर्ष), जानकारी के अनुसार मृतिका बच्ची करिश्मा कुमारी के पिता और अनिता देवी के पति मुकेश साह उर्फ मखन लाल साह लुधियाना में मजदूरी कर अपने घर परिवार वाले का जीवन यापन करते हैं।


वहीं इस मामले को लेकर परिजनों द्वारा परबत्ता अंचलाधिकारी सीओ अंशु प्रसुन को दिया गया तो सीओ ने अपने आप को क्षेत्र से अनुपस्थित बता, अर्थात खुद को गोगरी जमालपुर में होने की बात बता, अविलंब संबंधित कर्मचारी सत्येन्द्र कुमार को परिजनों के पास भेजा। जहां कर्मचारी सत्येन्द्र कुमार ने बताया कि आवेदन मिल गई हैं। तत्काल थाना में भी आवेदन देकर पोस्टमार्टम करवाने होंगे, फिर अंचल कार्यालय से कोई सहयोग मिल सकेगी। जिसके बाद तुरंत परिजनों ने परबत्ता थाना प्रभारी को भी आवेदन सौंप पोस्टमार्टम हेतु सदर अस्पताल खगड़िया भेज दिया गया। जिसके बाद बच्ची के परिजनों को मुआवजा की उचित राशि मुहैया कराई जा सकेगी।
