सत्संग सद्भावना समिति अमरपुर के तत्वाधान में 9 वे वर्ष के दूसरे दिन के सत्र में 7:00 से 10:00 बजे सुंदर ब्रांड प्रांगण यज्ञ का सामूहिक पाठ कराया गया इस दौरान सुजीत कुमार ऑर्गेन पर संतोष कुमार नाल पर तथा हारमोनियम पर स्वयं नारद बाबा ने संगीतमय पाठ कराया गया। प्रवचन के दूसरे सत्र में 2:00 बजे से पवन ब्यास जी ने प्रारंभ किया। और हनुमान जी के चरित्र पर अपनी बात रखें पुनः आस्था कुमारी ने अपने प्रवचन में इस चौपाई से शुरू की जासु नाम सुमिरन एक बारा उधर ही नर भव सिंधु अपार भगवान श्री राम का नाम एक बार भी स्मरण करने से लोग इस भवसागर रुपी अतः संसार के सभी बाधा को पार कर जाते हैं आज तीसरे प्रवक्ता के रूप में स्वामी नारद बाबा ने संगीत में प्रवचन किए अपने प्रवचन में उन्होंने कहा कि यह शरीर जो हमें प्राप्त हुआ है ईश्वर की असीम कृपा से हुई है।यही शरीर है जो देवता भी तरसते हैं यही शरीर मोक्ष प्राप्त करने के साधन हैं। इसे पाकर इस जीवन को तो सफल बनाते ही हैं, परलोक को भी सवारते हैं। अतः आप का जीवन बेकार ना चला जाए जीवन को सफल और सार्थक बनावे पुनः मानस मंजरी लक्ष्मी देवी ने अपनी आवाज की जादू से अनेक भजन के साथ प्रवचन की जीवन में सभी संबंधों का सम्मान करें तभी आपका घर परिवार में भी आप का सम्मान करेंगे आप जैसे भेज देंगे वैसे ही फल पाएंगे आप प्रेम चाहते हैं समान चाहते हैं। तो आपको पहले यह त्यौहार करना होगा ताकि जवाब में वैसा ही मिले राम विनोद व्यास जी ने अपने प्रवचन में शास्त्री जी की प्रमाणिकता के आधार पर जीव क्या है, ब्रह्मा क्या है, माया क्या है ,लोग कहते हैं कि माया के हाथ में हम विवस है माया हमें नहीं छोड़ती जबकि सच यह है कि माया को हम छोड़ना नहीं चाहते आप माया को छोड़िए शांति मिलेगी सत्संग में आइए संतोष और शांति दोनों की प्राप्ति होगी अंत में स्वामी भरत दास जी महाराज ने उड़ीसा संदलपुर से ही अस्वस्थ रहते हुए भी कल की तरह मोबाइल से अपना आशीर्वाद लोगों को दिए।